प्रवासियों को स्वरोजगार के लिए बनाई योजना

संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग प्रवासियों के लिए अच्छी खबर है। सरकार की घोषणा के बाद जिले में उ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 05:23 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 05:23 PM (IST)
प्रवासियों को स्वरोजगार के लिए बनाई योजना
प्रवासियों को स्वरोजगार के लिए बनाई योजना

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: प्रवासियों के लिए अच्छी खबर है। सरकार की घोषणा के बाद जिले में उद्यान विभाग हरकत में आया है। ऊखीमठ विकास खंड में छह सौ नाली भूमि पर उद्यान विभाग प्रवासियों के लिए फल-सब्जी उत्पादन समेत अन्य छोटे स्वरोजगार के कार्य शुरू करेगा। दिलमी व पाली गांव में छह सौ नाली बंजर भूमि का चयन किया है, जिसे खेती लायक बनाया जाएगा। यहां फल, फूल और सब्जी का उत्पादन किया जाएगा। विभाग युवाओं को उपकरण, बीज व अन्य संसाधन मुहैया कराएगा। लॉकडाउन में बड़ी संख्या में केदारघाटी के प्रवासी अपने गांवों को लौटे हैं।

पलायन से वीरान हो चुके केदारघाटी के गांवों में एक बार फिर से खेती व उद्यानिकी को बढ़ावा देने के लिए उद्यान विभाग ने प्रयास शुरू किए हैं। गांव लौटे प्रवासी युवाओं को सब्जी व फलोत्पादन के लिए सरकारी स्तर पर प्रेरित किया जा रहा है। विभाग ने गांवों में बंजर पड़े खेतों को खेती लायक बनाने और उसमें स्थानीय जलवायु व मिट्टी की उर्वरता के हिसाब से फल, फूल और सब्जी उत्पादन का खाका तैयार किया है। पहले चरण में पाली गांव में 100 व दिलमी गांव में लगभग 500 नाली बंजर भूमि को खेती लायक बनाया जाएगा। भूमि स्वामियों से संपर्क कर जरूरी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। जल्द ही खेतों के चारों तरफ उगी झाड़ियों का कटान कर पावर वीडर से खुदाई की जाएगी। मिट्टी की उर्वरता की जांच कर उसमें मानसून की पहली बारिश के बाद पौधारोपण किया जाएगा। प्रवासी युवाओं को समूहों में जोड़कर खेती की जाएगी। यहां 1000 वर्ग मीटर पर पॉलीहाउस भी स्थापित किए जाएंगे।

ऊखीमठ के सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व ब्लाक प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद भट्ट कहते हैं कि केदारघाटी में पांच हजार से अधिक प्रवासी अपने घरों को लौट हैं, और सभी यहीं पर रोजगार करना चाहते हैं। कहा कि ऐसी स्थिति में सरकार की मदद कारगर साबित होगी। क्षेत्र में स्वरोजगार बढ़ेगा।

बाहरी प्रदेशों से बड़ी संख्या में प्रवासी लौटे हैं। इन सभी से संपर्क किया गया तो सभी प्रवासी युवा स्वरोजगार के लिए फल, सब्जी उत्पादन के लिए अपनी इच्छा जता रहे हैं। विभाग की ओर से भी उन्हें प्रेरित किया जा रहा है। ऊखीमठ के दो गांवों में भूमि का चयन किया गया है। जल्द ही यहां पर सभी औपचारिकताएं पूरी कर कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

योगेंद्र चौधरी

जिला उद्यान अधिकारी, रुद्रप्रयाग

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