हल्द्वानी,, त्रिवेंद्र के बयान पर भड़के तीर्थ पुरोहित

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ में तीर्थपुर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 07:44 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 07:44 PM (IST)
हल्द्वानी,, त्रिवेंद्र के बयान पर भड़के तीर्थ पुरोहित
हल्द्वानी,, त्रिवेंद्र के बयान पर भड़के तीर्थ पुरोहित

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ में तीर्थपुरोहितों का प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा। पुरोहितों ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह झूठ बोल रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर यह लागू किया गया। उन्होंने उत्तराखंड सरकार पर चारधाम की परंपराओं के साथ खिलवाड़ कर हक-हकूकधारियों की अनदेखी का आरोप लगाया है।

गुरुवार को केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला के नेतृत्व में तीर्थपुरोहितों ने मंदिर परिसर से मंदिर मार्ग, संगम होते हुए एमआइ-26 हेलीपैड होते हुए मंदिर परिसर में पहुंचे और बोर्ड के विरोध में नारेबाजी की। कहा कि देवस्थानम बोर्ड को भंग करने के लिए बीते डेढ़ वर्ष से आंदोलन चल रहा है, लेकिन प्रदेश सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही है। कहा कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीर्थपुरोहितों व हक-हकूकधारियों से बिना वार्ता व सलाह के देवस्थानम बोर्ड का गठन किया था, जो उन्हें मंजूर नहीं हैं। अब वह कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देवस्थानम बोर्ड के गठन की बात कह रहे हैं, कहा कि जबकि प्रधानमंत्री देवस्थानम बोर्ड के पक्ष में नहीं हैं। कहा कि सरकार केदारनाथ सहित अन्य धामों में यात्री सुविधाओं को बेहतर करने के बजाय वहां की प्राचीन परंपराओं को बदलने के साथ हक-हकूकधारियों को हाशिये पर लाने का काम कर रही है। कहा कि जब तक देवस्थानम बोर्ड भंग नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर राजकुमार तिवारी, संतोष त्रिवेदी, चमन लाल, ऋषि अवस्थी, रमाकांत शर्मा, अंकुर शुक्ला सहित अन्य तीर्थपुरोहित मौजूद थे।

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