प्राकृतिक स्त्रोत की सफाई न होने से बढ़ी गंदगी, मच्छरों का बढ़ा प्रकोप

नगर पालिका की प्रारंभिक सीमा पंच पुलिया पोखरी पुल और कर्ण मंदिर के समीप पालिका का सफाई अभियान खानापूर्ति बना है। पंच पुलिया बस अड्डे के व्यापारियों सहित भवन स्वामियों ने कई बार नगर के प्रारंभिक भाग में पार्किंग स्थल व जलस्त्रोत सफाई को लेकर लिखित रूप से अवगत कराया। लेकिन जलभराव के चलते अब बीमारी के आशंका को देखते हुए भी पालिका मूक बनी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Jul 2021 05:53 PM (IST) Updated:Mon, 05 Jul 2021 05:53 PM (IST)
प्राकृतिक स्त्रोत की सफाई न होने से बढ़ी गंदगी, मच्छरों का बढ़ा प्रकोप
प्राकृतिक स्त्रोत की सफाई न होने से बढ़ी गंदगी, मच्छरों का बढ़ा प्रकोप

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: नगर पालिका की प्रारंभिक सीमा पंच पुलिया, पोखरी पुल और कर्ण मंदिर के समीप पालिका का सफाई अभियान खानापूर्ति बना है। पंच पुलिया बस अड्डे के व्यापारियों सहित भवन स्वामियों ने कई बार नगर के प्रारंभिक भाग में पार्किंग स्थल व जलस्त्रोत सफाई को लेकर लिखित रूप से अवगत कराया। लेकिन, जलभराव के चलते अब बीमारी के आशंका को देखते हुए भी पालिका मूक बनी है।

व्यापारी केएस सती, गजेंद्र प्रसाद, प्रेमचंद्र, मुरलीधर, दीपक ने कहा कि वाहन पार्किंग स्थल पर आएदिन पालतू सुअरों का झुंड गंदगी बढ़ा रहा है। वहीं दुकान, होटल व मोटर पा‌र्ट्स की दुकानों तक आवारा पशु आसानी से प्रवेश कर गंदगी को बढ़ा रहे हैं। यहीं नहीं पालिका का रैन-बसेरा भी इसी पार्किंग स्थल से लगा है। इसी तरह कर्ण मंदिर परिसर में प्राकृतिक जलस्त्रोत की सफाई बीते एक दशक से पालिका करने में नाकाम रही है। पर्यावरण प्रेमी जितेंद्र कुमार ने बताया कि जिला संरक्षण एवं स्वच्छता को लेकर अभियान संचालित किए जा रहे हैं। वहीं नगर पालिका क्षेत्र कर्णप्रयाग की प्रारंभिक सीमा में प्राकृतिक जलस्त्रोत डंपिग जोन में परिवर्तित होने से गंदगी बढ़ती जा रही है। स्थानीय भवन स्वामियों ने जलस्त्रोत का रखरखाव कर जलस्त्रोत का सौन्दर्यीकरण करने की गुहार पालिका प्रशासन से की है। नगर पालिका कर्णप्रयाग की प्रारंभिक सीमा कर्णशिला के समीप पुराना जलस्त्रोत राहगीरों के लिए पेयजल का जरिया रहा है। व्यापारी राजेंद्र सिह, कुंवर सिह, जगत सिंह ने कहा कि कई स्थानों पर आवासीय भवनों का गंदा पानी नालियों में डाला जा रहा है। इससे दुकानों में बैठना दूभर हो जाता है। इस संबध में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अंकित राणा ने बताया कि प्राकृतिक जलस्त्रोत के सौंदर्यीकरण के लिए शीघ्र प्रस्ताव पारित किया जाएगा।

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