गौरीकुंड में वाहन न मिलने से यात्री परेशान

केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव स्थल गौरीकुंड व सोनप्रयाग में वाहन की उपलब्धता न होने से देश-विदेश के यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। केदारनाथ से दस हजार से अधिक यात्री रविवार व सोमवार को इन दोनों पड़ाव पर पहुंचे हैं लेकिन इन्हें ऋषिकेश जाने के लिए वाहन नहीं मिल रहे हैं जबकि कई यात्री पांच से दस किलोमीटर पैदल सीतापुर तक आ रहे हैं। गौरीकुंड में रात के समय बिजली गुल होने से परेशानी और बढ़ गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 05:58 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 05:58 PM (IST)
गौरीकुंड में वाहन न मिलने से यात्री परेशान
गौरीकुंड में वाहन न मिलने से यात्री परेशान

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव स्थल गौरीकुंड व सोनप्रयाग में वाहन की उपलब्धता न होने से देश-विदेश के यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। केदारनाथ से दस हजार से अधिक यात्री रविवार व सोमवार को इन दोनों पड़ाव पर पहुंचे हैं, लेकिन इन्हें ऋषिकेश जाने के लिए वाहन नहीं मिल रहे हैं, जबकि कई यात्री पांच से दस किलोमीटर पैदल सीतापुर तक आ रहे हैं। गौरीकुंड में रात के समय बिजली गुल होने से परेशानी और बढ़ गई है।

यात्रियों की भारी भीड़ व वाहनों की कमी के चलते केदारनाथ दर्शन कर लौट रहे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कड़ाके की ठंड के कारण यात्रियों की मुसीबतें ओर बढ़ गई हैं। वाहन के लिए लंबी लाइनों में घंटों तक अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है, लेकिन इसके बाद भी वाहन नहीं मिल रहे हैं। प्रशासन की तरफ से यहां पर यात्रियों को कोई भी सुविधा नहीं दी जा रही है। यहां तक कि अलाव भी नहीं जलाए जा रहे हैं। वहीं अधिकांश यात्री गौरीकुंड से सोनप्रयाग पांच किमी पैदल ही आ रहे हैं, जबकि सोनप्रयाग में भी वाहन न मिलने से यहां से सीतापुर तक पैदल आ रहे हैं। बारिश में भी यात्री पैदल ही चल रहे हैं। इसके बाद भी वाहन उपलब्ध नहीं हो रहे हैं।

गौरीकुंड के व्यापार संघ अध्यक्ष अरविद गोस्वामी का कहना है कि इस संबंध में एसडीएम ऊखीमठ व डीएम को भी दूरभाष पर जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि वाहन भेजे गए हैं, लेकिन वाहन अभी तक नहीं पहुंचे। बताया कि गौरीकुंड में रात्रि को लाइट गुल हो रही है। पिछले 20 दिन से दिन में तो बिजली रहती है, लेकिन रात के समय यहां पर बिजली गुल हो जाती है, जिससे कई बार यात्रियों को चोटें लगती हैं। इस संबंध में भी प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई अमल में नहीं आ पाई है।

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