तप्तकुंड गौरीकुंड का जल लेने दिल्ली से रुद्रप्रयाग पहुंची युवती

बीमार व्यक्ति के स्वजन उसका जीवन बचाने के लिए हर उस राह पर जाने को तैयार रहते हैं जहां उन्हें उम्मीद की किरण नजर आती है। फिर वह रास्ता अस्पताल की ओर जाता हो या किसी तीर्थ स्थल की ओर।

By Edited By: Publish:Mon, 24 May 2021 09:31 PM (IST) Updated:Mon, 24 May 2021 09:31 PM (IST)
तप्तकुंड गौरीकुंड का जल लेने दिल्ली से रुद्रप्रयाग पहुंची युवती
रुद्रप्रयाग में कैंसर पीडित पिता के लिए तप्तकुंड का जल लेने रुद्रप्रयाग पहुंची खुशबू।

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग। बीमार व्यक्ति के स्वजन उसका जीवन बचाने के लिए हर उस राह पर जाने को तैयार रहते हैं, जहां उन्हें उम्मीद की किरण नजर आती है। फिर वह रास्ता अस्पताल की ओर जाता हो या किसी तीर्थ स्थल की ओर। इसकी बानगी पेश की उस बेटी ने जो रिश्तेदार के कहने पर अपने कैंसर पीड़ि‍त पिता के लिए तप्तकुंड (गौरीकुंड) का जल लेने दिल्ली से रुद्रप्रयाग पहुंच गई। यहां पुलिस के रोके जाने पर जब उन्होंने आपबीती सुनाई तो स्वयं पुलिस ने गौरीकुंड से तप्तकुंड का जल मंगवाकर उन्हें सौंपा। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो गईं।

रविवार को रुद्रप्रयाग जिले की सीमा पर चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक युवती को रोका तो पता चला कि वह दिल्ली से आ रही है। यह युवती गौरीकुंड जाने की जिद कर रही थी। लेकिन, पुलिस ने केदारनाथ यात्रा पर रोक के चलते उन्हें आगे नहीं जाने दिया। इस पर युवती ने बताया कि वह अपने कैंसर पीड़ि‍त पिता के लिए गौरीकुंड से तप्तकुंड का जल लेने यहां आई है। क्योंकि, तप्तकुंड का जल पीने के बाद पिता की स्थिति में सुधार हो रहा है। बताया कि वर्तमान में उनके पिता दिल्ली एम्स में भर्ती हैं। बीते दिनों किसी रिश्तेदार ने गौरीकुंड से लाया हुआ तप्तकुंड का जल उनके पिता को दिया। उससे पिता का कैंसर लेवल चमत्कारी ढंग से 36 प्रतिशत से घटकर एक प्रतिशत पर आ गया है। इसलिए वह दोबारा उस 'अमृत' को लेने यहां आई हैं।

पुलिस ने युवती के बारे में जानकारी ली तो उन्होंने अपना नाम देवरिया (उत्तर प्रदेश) निवासी खुशबू जायसवाल पुत्री विश्वनाथ जायसवाल बताया। तप्तकुंड के जल के प्रति युवती की आस्था को देखते हुए मौके पर तैनात वरिष्ठ उप निरीक्षक विजेंद्र सिंह कुमांई उन्हें वहीं जल उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। साथ ही कलियासौड़ में युवती के रात्रि विश्राम की व्यवस्था भी की। इसके बाद उन्होंने गौरीकुंड चौकी प्रभारी योगेश कुमार से इस पूरे वाकये को साझा करते हुए उनसे एक बोतल तप्तकुंड का जल भिजवाने का अनुरोध किया। जल के रुद्रप्रयाग पहुंचने पर सोमवार को पुलिस ने उसे य़ुवती के सुपुर्द कर दिया। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो गई।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी