रविवार को शीतकालीन गद्दीस्थल में विराजमान होंगे मध्यमेश्वर

पंचकेदारों में शामिल द्वितीय केदार भगवान मध्यमहेश्वर रविवार को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान होंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 Nov 2020 09:52 PM (IST) Updated:Sat, 21 Nov 2020 09:52 PM (IST)
रविवार को शीतकालीन गद्दीस्थल में विराजमान होंगे मध्यमेश्वर
रविवार को शीतकालीन गद्दीस्थल में विराजमान होंगे मध्यमेश्वर

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : पंचकेदारों में शामिल द्वितीय केदार भगवान मध्यमहेश्वर रविवार को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान होंगे। जिसके बाद शीतकाल के छह माह तक यहीं पर भगवान की नित्य पूजा अर्चना संपन्न की जाएगी।

शनिवार को भगवान की उत्सव डोली रांसी से प्रस्थान कर अंतिम पड़ाव गिरियां पहुंची, जहां भक्तों ने डोली का फूल माला एवं अक्षत से जोरदार स्वागत किया।

गत 19 नवंबर को द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने के बाद इसी दिन भगवान की उत्सव डोली रात्रि विश्राम के लिए गौंडार पहुंची थी। शुक्रवार को डोली गौंडार से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम के लिए रांसी पहुंची थी। शनिवार को मध्यमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी टी. गंगाधर लिग ने राकेश्वरी मंदिर रांसी में भगवान मध्यमहेश्वर की विशेष पूजा अर्चना कर आरती उतारी। महिलाओं ने पौराणिक जागरों के साथ भगवान मध्यमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली को रांसी से विदा किया। डोली के रांसी गांव से विदा होने पर महिलाओं व धियाणियों की आंखें छलक उठी। उत्सव डोली के उनियाणा व राऊलैंक आगमन पर ग्रामीणों ने मनौतियां भी मांगी। मध्यमहेश्वर की डोली के मधु गंगा के निकट जुगासू पहुंचने पर स्थानीय श्रद्धालुओं ने पुष्प बरसा से डोली की अगुवाई की। डोली के मनणा माई मंदिर मनसूना व गिरीया गांव पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने डोली का स्वागत कर सामूहिक अर्ग लगाया। रविवार को भगवान मध्यमहेश्वर ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान होंगे।

इस मौके पर मदन सिंह पंवार, भगत सिंह पंवार, देवानन्द गैरोला, शिव सिंह रावत, जगत सिंह पंवार, नरेन्द्र पंवार, बीर सिंह पंवार, मनीष तिवारी, सुलोचना रावत, राजेश्वर पंवार सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।

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