माइनस 15 डिग्री तापमान में भी संवर रही केदारपुरी, चुनौतियों से जूझते हुए पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे हैं 400 श्रमिक

इन दिनों माइनस 15 डिग्री तापमान में भी 400 श्रमिक पूरे मनोयोग से केदारपुरी को संवारने में जुटे हुए हैं। सुकून वाली बात यह है कि धाम में अभी बर्फबारी नहीं हो रही। सुकून वाली बात है कि केदारनाथ धाम में अभी बर्फबारी नहीं हो रही है।

By Edited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 10:19 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 01:58 PM (IST)
माइनस 15 डिग्री तापमान में भी संवर रही केदारपुरी, चुनौतियों से जूझते हुए पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे हैं 400 श्रमिक
माइनस 15 डिग्री तापमान में भी संवर रही केदारपुरी।

बृजेश भट्ट, रुद्रप्रयाग। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए इन दिनों माइनस 15 डिग्री तापमान में भी 400 श्रमिक पूरे मनोयोग से केदारपुरी को संवारने में जुटे हुए हैं। सुकून वाली बात यह है कि केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में अभी बर्फबारी नहीं हो रही। हालांकि, बर्फबारी होने पर भी श्रमिक तब तक कार्य करते रहेंगे, जब तक जब कि वहां दो फीट तक बर्फ नहीं जम जाती।

बुधवार से दिसंबर शुरू हो रहा है और जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, केदारपुरी में हालात प्रतिकूल होते चले जाएंगे। लेकिन, फिलहाल वहां पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे श्रमिकों का जोश देखते ही बन रहा है। धाम में इन दिनों द्वितीय चरण के कार्य चल रहे है, जिनमें चिकित्सालय भवन, तीर्थ पुरोहितों के घर, पुलिस चौकी, देवस्थानम बोर्ड के भवन आदि का निर्माण और बाढ़ सुरक्षा कार्य शामिल हैं। इन सभी कार्यों को केदारनाथ विकास प्राधिकरण के 370 और वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी के 30 श्रमिक अंजाम दे रहे हैं।

वुड स्टोने कंस्ट्रक्शन कंपनी (Wood Stone Construction Company) के केदारनाथ प्रभारी मनोज सेमवाल कहते हैं कि आने वाले दिनों में श्रमिकों को कठिन परीक्षा के दौर से गुजरना होगा। कारण, ठंड और अधिक बढ़ने पर केदारपुरी (Kedarpuri) में सात से आठ फीट बर्फ जम जाती है। ऐसे में निर्माण कार्य जारी रख पाना संभव नहीं है। लेकिन, जब तक स्थितियां अनुकूल रहेंगी कार्य जारी रखा जाएगा।

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कोशिश रहेगी कि इस अवधि में लक्ष्य को अधिक से अधिक हासिल कर लिया जाए। उधर, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता प्रवीन कर्णवाल कहते हैं कि जब तक दो फीट से अधिक बर्फ नहीं जम जाती, कार्य निर्बाध जारी रहेंगे।

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