उत्तराखंड: केदारनाथ हाइवे को जोड़ने वाली सुरंग 45 दिन के लिए बंद, दोनों ओर लगाई बेरिकेडिंग; जानें- वजह

Kedarnath Highway गौरीकुंड (केदारनाथ) हाइवे से जोड़ने के लिए वर्ष 1960 में बनी सुरंग जर्जरहाल हो चुकी है। बीते कई दिनों से सुरंग में बोल्डर गिरने की घटनाओं के बाद प्रशासन ने ट्रीटमेंट के लिए सुरंग के दोनों ओर बेरिकेडिंग लगाकर उससे आवाजाही बंद कर दी है।

By Edited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 09:44 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 09:26 AM (IST)
उत्तराखंड: केदारनाथ हाइवे को जोड़ने वाली सुरंग 45 दिन के लिए बंद, दोनों ओर लगाई बेरिकेडिंग; जानें- वजह
केदारनाथ हाइवे को जोड़ने वाली सुरंग 45 दिन के लिए बंद।

रुद्रप्रयाग, जेएनएन। Kedarnath Highway रुद्रप्रयाग शहर को गौरीकुंड (केदारनाथ) हाइवे से जोड़ने के लिए वर्ष 1960 में बनी सुरंग जर्जरहाल हो चुकी है। बीते कई दिनों से सुरंग में बोल्डर गिरने की घटनाओं के बाद प्रशासन ने ट्रीटमेंट के लिए सुरंग के दोनों ओर बेरिकेडिंग लगाकर उससे आवाजाही बंद कर दी है। नेशनल हाइवे के अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी ने सुरंग पर ट्रीटमेंट का कार्य शनिवार से शुरू हो जाएगा, जो लगभग डेढ़ महीने चलेगा। उधर, इस अवधि में रुद्रप्रयाग से केदारघाटी की ओर जाने वाले वाहनों को जवाड़ी बाईपास होते हुए पांच किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी।

जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड हाइवे को जोडऩे के लिए 60 वर्ष पूर्व संगम बाजार के पास 67 मीटर लंबी सुरंग बनाई गई थी। लेकिन, देखरेख ने होने के कारण यह अक्सर ऊपरी हिस्से से क्षतिग्रस्त होती रहती है। वर्तमान में सुरंग दोनों छोर से कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो चुकी है और इस पर लगी सीमेंट की ईंटें भी लगातार टूटकर गिर रही हैं। गुरुवार को भी सुरंग से बड़ी मात्रा में ईंट व बोल्डर गिरे। इसे देखते हुए प्रशासन ने सुरंग से आवाजाही बंद कर दी है।
पूर्व में भी सुरंग के अंदर पत्थर गिरने से न कई लोग चोटिल और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इसके अलावा सुरंग के भीतर डामर भी पूरी तरह उखड़ चुका है, जिससे बारिश होने पर सुरंग तालाब में तब्दील हो जाती है। सुरंग की दशा सुधारने के लिए नेशनल हाइवे ने पूर्व में प्रशासन से 45 दिन का समय मांगा था, लेकिन अब जाकर ट्रीटमेंट की अनुमति मिली है।
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