ई-पास के विरोध में 27 को बंद रहेगी केदारघाटी
संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग केदारधाम होटल एशोसिएशन ने धाम के लिए ई-पास की बाध्यता खत्म करने
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारधाम होटल एशोसिएशन ने धाम के लिए ई-पास की बाध्यता खत्म करने की मांग को लेकर 27 सितंबर को केदारघाटी बंद रखने का निर्णय लिया है। एशोसिएशन का कहना है कि ई-पास की सीमा 800 निर्धारित होने रोजाना बड़ी संख्या में यात्री बिना दर्शनों के ही वापस लौटने को बाध्य हैं। जबकि, धाम में सात हजार से भी अधिक यात्रियों के लिए खाने-ठहरने के पर्याप्त इंतजाम हैं। उधर, सोनप्रयाग में शनिवार को पुलिस के 50 से अधिक यात्रियों को बिना ई-पास आगे जाने से रोके जाने पर उन्होंने बैरियर के सम्मुख धरना दिया।
होटल एसोसिएशन ने शनिवार को उपजिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा से मुलाकात कर उन्हें ई-पास व्यवस्था के विरोध में ज्ञापन सौंपा। एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी ने कहा कि केदारनाथ के लिए ई-पास की बाध्यता के चलते तमाम यात्रियों को खासी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। इसलिए यात्रा पर आश्रित केदारघाटी के सभी व्यवसायियों ने निर्णय लिया है कि वे 27 सितंबर को अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। साथ ही सोनप्रयाग में हाइवे पर विरोध प्रदर्शन के साथ धरना भी दिया जाएगा। गोस्वामी ने बताया कि सिर्फ आकस्मिक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा जाएगा।
यह ज्ञापन गोस्वामी के अलावा एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रमोद नौटियाल, सचिव नितिन जमलोकी, ऊखीमठ व्यापार संघ के अध्यक्ष राजेश भट्ट, गुप्तकाशी व्यापार संघ के अध्यक्ष मदनसिंह रावत आदि की ओर से सौंपा गया। उधर, बिना ई-पास केदारनाथ जा रहे यात्रियों को पुलिस की ओर से रोके जाने पर उन्होंने बैरियर के पास धरना देकर अपना विरोध दर्ज कराया। पुलिस के काफी समझाने पर भी वह लगभग एक घंटे धरने पर बैठे रहे। सोनप्रयाग मे तैनात वरिष्ठ उप निरीक्षक रवींद्र कुमार ने बताया कि कुछ यात्री बिना ई-पास केदारनाथ जाने की जिद कर रहे थे। रोके जाने पर वो नाराज हो गए। लेकिन, नियम सबके लिए बराबर हैं, उनकी अनदेखी नहीं की जा सकती।