मुख्य कोच बनकर जयप्रकाश ने भारत को दिलाई स्वर्णिम सफलता
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिले के भट्ट गांव निवासी जयप्रकाश नौटियाल को द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाज
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिले के भट्ट गांव निवासी जयप्रकाश नौटियाल को द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजा गया है। शनिवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जयप्रकाश नौटियाल को यह सम्मान प्रदान किया। जयप्रकाश हाल ही में टोक्यो में आयोजित पैरालिंपिक में निशानेबाजी के मुख्य कोच के रूप में शामिल हुए थे।
टोक्यो पैरालिंपिक में निशानेबाजी के मुख्य कोच जयप्रकाश नौटियाल के निर्देशन में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और पदक तालिका में पांच मेडल जोड़े। इसमें दो गोल्ड, दो ब्रांज और एक सिल्वर मेडल शामिल रहे। उनकी इस उपलब्धि को देखते हुए उन्हें देश के सर्वोच्च कोचिंग सम्मान से नवाजा गया है। जयप्रकाश नौटियाल 1989 में बतौर सहायक कमांडेंट के रूप में आइटीबीपी में तैनात हुए थे। जयप्रकाश आइटीबीपी अकादमी मसूरी में दूसरे बैच में सीधे नियुक्त राजपत्रित अधिकारी के रूप में शामिल हुए। वर्ष 1990 में उन्होंने आइटीबीपी सेंट्रल शूटिग टीम बनाकर बतौर कोच करियर की शुरुआत की। उन्होंने टीम को कोचिग देनी शुरू की, उनके नेतृत्व में आइटीबीपी को काफी उपलब्धियां हासिल हुई। उनके पिता अनुसूइया प्रसाद नौटियाल ने भी आइटीबीपी में सेवाएं दी थी और बेटे को भी आइटीबीपी में जाने के लिए प्रेरित किया। उन्हें पुरस्कार मिलने से क्षेत्र में खुशी की लहर है। जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, पूर्व विधायक आशा नौटियाल, पूर्व विधायक शैलारानी रावत, ब्लाक प्रमुख प्रदीप थपलियाल, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, कलश साहित्य ट्रस्ट के संस्थापक ओमप्रकाश सेमवाल, भाजपा जिला महामंत्री अनूप सेमवाल समेत विभिन्न संगठन से जुड़े व्यक्तियों ने जयप्रकाश नौटियाल की उपलब्धि पर खुशी जताई है। कहा कि उन्होंने जनपद और राज्य का सम्मान बढ़ाया है।