ई-पास के विरोध में बेमियादी धरना दो से

चारधाम यात्रा पर दर्शनों के लिए सीमित ई-पास व्यवस्था समाप्त करने समेत कई मांगों को लेकर केदारधाम होटल ओनर्स एसोसिएशन ने दो अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने और बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 06:37 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 06:37 PM (IST)
ई-पास के विरोध में बेमियादी धरना दो से
ई-पास के विरोध में बेमियादी धरना दो से

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा पर दर्शनों के लिए सीमित ई-पास व्यवस्था समाप्त करने समेत कई मांगों को लेकर केदारधाम होटल ओनर्स एसोसिएशन ने दो अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने और बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने प्रशासन से इस व्यवस्था में सुधार लाने की मांग की है।

होटल ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी व सचिव नितिन जमलोकी ने डीएम मनुज गोयल को दिए ज्ञापन में कहा कि प्रदेश सरकार ने 18 सितंबर से चारधाम यात्रा का संचालन शुरू तो किया, लेकिन सीमित ई-पास की व्यवस्था होने से केदारघाटी के व्यवसायियों को उठाना पड़ रहा है। कहा कि ई-पास न होने से भक्तों को बिना दर्शन किए हुए आधे रास्ते से लौटना पड़ रहा है, जिसका असर यात्रा से जुडे़ व्यवसायी के साथ ही तीर्थाटन और पर्यटन पर भी पड़ रहा है। यात्री दूरदराज प्रदेशों से यात्रा पर तो आ रहे हैं, लेकिन उन्हें बिना दर्शनों के वापस लौटना भविष्य में यात्रा के लिए बुरा संदेश भी है। उत्तराखंड के निवासियों के लिए आनलाइन व ई-पास की व्यवस्था समाप्त की जाए। यात्रियों ने जिन होटल में पहले बुकिग कराई है, उन्हें वहां तक जाने दिया जाए। चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की जगह-जगह चेकिग न की जाए। चारधाम दर्शनों के लिए ई-पास प्रक्रिया समाप्त कर अंतिम पड़ावों में विगत वर्षों की भांति पंजीकरण की व्यवस्था किए जाने की मांग की है। कहा कि ईपास की अनिवार्यता के विरोध में 27 सितंबर को पूरा केदारघाटी एकजुट हो चुका है। केदारघाटी से जुड़े समस्त व्यवसायियों का कहना है कि एक अक्टूबर तक ई-पास की समाप्ति एवं यात्रा में हो रही असुविधा में कोई सुधार नहीं होता है, तो 2 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन के साथ ही बाजार बंद करने के लिए व्यवसायियों को मजबूर होना पड़ेगा। ज्ञापन में एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी, सचिव नितिन जमलोकी, उपाध्यक्ष प्रमोद नौटियाल, कमलेश भट्ट, श्रीकृष्ण सेमवाल के हस्ताक्षर हैं।

chat bot
आपका साथी