कर्मचारियों की पूर्णकालिक कार्यालय बंदी की मांग
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिले के विभिन्न कर्मचारी संग
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिले के विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने कर्फ्यू में सभी कार्यालयों में पूर्णकालिक बंदी करने की मांग की है, ताकि कर्मचारियों में संक्रमण न फैल सके। कार्मिकों के आवाजाही से उनकी आवासीय कालोनियों में भय का माहौल बना हुआ है।
एजुकेशनल मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष महादेव मैठाणी एवं जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह गुसाई का कहना है कि कोविड संक्रमण जिस प्रकार तेजी से बढ़ रहा है, उस स्थिति में कार्यालयों को बंद करने में ही भलाई है। बताया कि सरकारी कार्यालयों के निरंतर खुलने से आवाजाही बनी रहती है, जिससे संक्रमण का भय बना हुआ है। कार्मिकों से उनके अपने ही आवासीय कालोनियों में आमजन कर्मचारियों को भय से देख रहे हैं। यही नहीं बल्कि स्वजन भी संक्रमण को लेकर चितित हैं। उन्होंने सुरक्षा के संसाधन भी उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। कहा कि वर्क फ्रॉम होम की प्रणाली से कार्य लिया जाए। जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विक्रम झिक्वाण ने कहा कि कर्मचारी एवं शिक्षकों की ड्यूटी कोविड में लगाई गई है। सरकार को विभागवार कर्मचारी, शिक्षकों एवं उनके परिजनों के लिए टीकाकरण कैंप लगाने चाहिए। उन्होंने बैंकों में बढ़ती भीड़ व संक्रमण के ²ष्टिगत एटीएम के माध्यम से धन आहरण पर जोर दिया। ग्रीष्मकालीन अवकाश अवधि में शिक्षकों को सिरोबगड़ बार्डर एवं गांव स्तर पर कोविड ड्यूटी में लगाया गया है। उन्हें नियमानुसार उपार्जित अवकाश दिया जाना चाहिए। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि कर्फ्यू के दौरान कार्यालय बंद रखे जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि जबरन कर्मचारियों एवं शिक्षकों को दबाव देकर डराया व धमकाया जाता है तो यह स्वीकार्य नहीं होगा।