बच्छणस्यूं के कई गांवों में गहराया पानी का संकट

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बच्छणस्यूं क्षेत्र में खडीकपाणी-बामसू-चौथला-बाड़ा पेयजल योजना के क्षतिग्रस

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 07:01 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 07:01 PM (IST)
बच्छणस्यूं के कई गांवों में  गहराया पानी का संकट
बच्छणस्यूं के कई गांवों में गहराया पानी का संकट

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बच्छणस्यूं क्षेत्र में खडीकपाणी-बामसू-चौथला-बाड़ा पेयजल योजना के क्षतिग्रस्त होने से गांवों में पानी का संकट गहरा गया है। ग्रामीणों ने पेयजल आपूर्ति बहाल करने के साथ ही पेयजल योजना की जांच की मांग की है।

गत दिनों हुई बारिश के चलते पेयजल योजना क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण हैंडपंप और दूरदराज स्थित प्राकृतिक स्रोतों से पानी ढोने को मजबूर हैं, जिससे ग्रामीणों को पेयजल के साथ ही मवेशियों को पानी जुटाना मुश्किल हो रहा है। विभागीय अधिकारियों को सूचना के बाद भी न पहुंचने पर ग्रामीणों ने खुद ही श्रमदान करने का निर्णय लिया, लेकिन कई स्थानों पर योजना के क्षतिग्रस्त होने से योजना ठीक नहीं हो सकी। प्रधान सुधा कंडारी और विक्रम कंडारी ने आरोप लगाया कि इस योजना में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया। साढ़े नौ किलोमीटर की इस योजना के निर्माण में करीब एक करोड़ रुपये खर्च हुए थे। कहा कि योजना को क्षति पहुंचने से पानी का संकट गहरा गया है। पेयजल स्रोत पर बनाया चैंबर खराब पड़ा है। पानी की आपूर्ति सीधे गदेरे से हो रही है। वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने जल संस्थान और जल निगम को प्रभावित गांव में जल्द पेयजल आपूर्ति बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस समय अधिकारियों को समर्पित होकर जनसेवा में जुट जाना चाहिए। आपदा के बाद अधिकतर गांवों में पानी का संकट बना हुआ है। इस संकट को दूर किया जाना जरूरी है। उन्होंने बामसू-बाड़ा पेयजल योजना निर्माण की भी जांच की मांग भी की।

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