जर्जर स्थिति में बाल विकास परियोजना कार्यालय
ऊखीमठ ब्लॉक के अंतर्गत संचालित बाल विकास परियोजना कार्यालय का भवन जर्जर होने से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: ऊखीमठ ब्लॉक के अंतर्गत संचालित बाल विकास परियोजना कार्यालय का भवन जर्जर होने से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। इसके कारण आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं में विभागीय लापरवाही को लेकर खासा रोष बना हुआ है। इसके अलावा ब्लॉक में 10 पदों के सापेक्ष आधे कर्मचारी ही तैनात हैं।
ऊखीमठ के प्रेमनगर में कई वर्ष पूर्व प्राथमिक विद्यालय बंद हो गया था। विद्यालय के जर्जर भवन में बाल विकास कार्यालय संचालित हो रहा है। यह भवन कभी भी हादसे का कारण बन सकता है। भवन के खिड़की और दरवाजे की स्थिति दयनीय हो चुकी है। भवन की फर्श पूरी तरह से टूटी पड़ी है। हल्की बारिश में छत का पानी कमरे में टपकने लगता है। इसके चलते आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं को बरसात के दौरान कमरे में भी छाते ओढ़कर काम करना पड़ता है। ब्लॉक में कुल 145 आंगनबाड़ी व मिनी केंद्रों का संचालन हो रहा है। ब्लॉक में पंजीकृत 3300 से अधिक पुष्टाहार का वितरण होता है, जिसकी मासिक रिपोर्ट प्रतिमाह देने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं को ब्लॉक कार्यालय पहुंचना पड़ता है। लेकिन, कार्यालय में कर्मचारियों के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं के बैठने तक की कोई समुचित व्यवस्था न होने से उन्हें खड़े रहकर ही अपनी रिपोर्टिग करनी पड़ती है। इसके साथ ही बरसात के दौरान समस्या और भी जटिल हो जाती है।
पूर्व में ब्लॉक कार्यकारिणी की बैठक में भवन निर्माण को लेकर कई बार प्रस्ताव भी पारित किया गया। लेकिन, अभी तक उन्हें दूसरे भवन में स्थानांतरित नहीं किया गया। यहीं नहीं ब्लॉक में स्वीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी, मुख्य सेविका, वरिष्ठ सहायक व अनुवेषक के स्वीकृत 10 पद भी स्वीकृत हैं। लेकिन, तैनाती आधे कर्मचारियों की है। विभागीय स्तर पर बरती जा रही लापरवाही के कारण केदारघाटी में योजनाओं का सही क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता व सेविका संगठन की जिलाध्यक्ष सुनीता भट्ट ने बताया कि लंबे समय से प्राथमिक विद्यालय पर बाल विकास कार्यालय का संचालन किया जा रहा है, जिसकी स्थिति काफी जीर्णशीर्ण है। इस संबंध में कई बार शासन-प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अभी तक प्रशासन व विभाग की ओर से कोई आवश्य कार्रवाई नहीं हो सकी है।
इसे लेकर प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी ऊखीमठ हिमांशु बडोला ने बताया कि भवन के बारे में जिला प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है। ब्लॉक ऊखीमठ के बाल विकास कार्यालय सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कराने को लेकर पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग में रिक्त पदों पर कर्मचारियों को तैनाती के लिए निदेशालय से पत्राचार जारी है।