रुद्रप्रयाग जिले में जर्जर पड़े हैं एक दर्जन से अधिक पुल

जिले के अंतर्गत गौरीकुंड हाईवे बदरीनाथ हाईवे और मयाली-घनसाली राज्य मार्ग पर 50 साल पहले बने पुलों की स्थिति अब काफी दयनीय हो गई है। सिस्टम न तो इनके स्थान पर दूसरा पुल बना रहा है और न ही इनका जीर्णोद्धार कर रहा है। इससे कभी भी अनहोनी हो सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 03:00 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 03:00 AM (IST)
रुद्रप्रयाग जिले में जर्जर पड़े हैं एक दर्जन से अधिक पुल
रुद्रप्रयाग जिले में जर्जर पड़े हैं एक दर्जन से अधिक पुल

बृजेश भट्ट, रुद्रप्रयाग

जिले के अंतर्गत गौरीकुंड हाईवे, बदरीनाथ हाईवे और मयाली-घनसाली राज्य मार्ग पर 50 साल पहले बने पुलों की स्थिति अब काफी दयनीय हो गई है। सिस्टम न तो इनके स्थान पर दूसरा पुल बना रहा है और न ही इनका जीर्णोद्धार कर रहा है। इससे कभी भी अनहोनी हो सकती है। केदारनाथ आपदा में भी इन पुलों को भारी नुकसान पहुंचा था। इसके बावजूद अभी तक पुलों के निर्माण का मामला लटका पड़ा है।

नगर क्षेत्र रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड हाईवे पर केदारघाटी को जोड़ने वाली मोटर पुलिया जर्जर पड़ी है। मोटर पुल से भारी वाहनों के गुजरने से पुल भी झूलता रहता है। प्रतिदिन इस पुल से सैकड़ों वाहन आवाजाही करते हैं। कभी-कभार तो जाम लगने से पुल पर बड़ी संख्या में वाहन एक साथ खडे़ भी नजर आते हैं। यात्रा सीजन के साथ ही आम दिनों में भी यहां से बड़ी संख्या में वाहनों की आवाजाही होती है। यह पुल केदार घाटी के साथ ही गौरीकुंड हाईवे को भी जोड़ता है। वर्ष 2013 में आई केदारनाथ आपदा में इस मोटर पुल को काफी नुकसान हुआ था। अलकनंदा का पानी पुल के ऊपर से बह रहा था। पुल के एक साइट की दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। हालांकि क्षतिग्रस्त दीवार तो ठीक कर दी गई, लेकिन अभी तक लोनिवि एनएच की ओर से मोटर पुल पर पुनर्निर्माण नहीं हो सका है।

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अन्य पुल भी पड़े हैं जर्जर

यह जिले में एकमात्र जर्जर पुल नहीं है, बल्कि एक दर्जन से अधिक पुराने पुल और पुलिया ऐसे हैं, जिनकी स्थिति दयनीय बनी है। गौरीकुंड हाईवे पर गुप्तकाशी के पास कुंड में बना पुल, तिलवाड़ा-मयाली मोटर मार्ग पर तिलवाड़ा कस्बे में स्थित मोटर पुल, पैंयताल में स्थित पुल, अगस्त्यमुनि में पठालीधार को जोड़ने वाला मोटर पुल समेत एक दर्जन से अधिक पुल व छोटी पुलिया भी जर्जर बनी है। व्यापार संघ रुद्रप्रयाग के अध्यक्ष चंद्रमोहन सेमवाल कहते हैं कि रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड को जोड़ने वाले मोटर पुल को लेकर स्थानीय जनता कई बार शासन-प्रशासन से शिकायत कर चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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केदारघाटी को जोड़ने के लिए बेलणी में नए मोटर पुल का सर्वे किया जा चुका है। आगणन भारत सरकार को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। हाईवे पर चारधाम परियोजना के तहत नए पुलों का निर्माण हो रहा है। शीघ्र पुलों का निर्माण हो जाएगा।

जितेंद्र त्रिपाठी, ईई, नेशनल हाईवे सिल्ली-गौरीकुंड

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