गौरीकुंड हाईवे पर बांसवाड़ा में दिन भर बरसते रहे पत्थर
पहाड़ में भूस्खलन और अतिवृष्टि से जनजीवन अस्तव्यस्त बना हुआ है। गौरीकुंड हाईवे पहाड़ी से लगातार पत्थर बरसने से जहां बांसवाड़ा में सोमवार 12 बजे से बंद है वहीं गुप्तकाशी में भी हाईवे 30 मीटर धस गया है।
जागरण टीम, गढ़वाल: पहाड़ में भूस्खलन और अतिवृष्टि से जनजीवन अस्तव्यस्त बना हुआ है। गौरीकुंड हाईवे पहाड़ी से लगातार पत्थर बरसने से जहां बांसवाड़ा में सोमवार 12 बजे से बंद है, वहीं गुप्तकाशी में भी हाईवे 30 मीटर धस गया है। इधर, बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ में बाधित है और यात्री पैदल आवाजाही को मजबूर हैं। थराली विकासखंड के सग्वाड़ा गांव में भूस्खलन का मलबा दो गोशालाओं के ऊपर गिरने से कई मवेशी जिदा दफन हो गए है। उधर, नई टिहरी में नौ ग्रामीण मोटर मार्ग बारिश के चलते बाधित हैं। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे तोताघाटी पर बार-बार बाधित हो रहा है।
रुद्रप्रयाग जिले में गौरीकुंड हाईवे बांसवाड़ा में काफी खतरनाक हो चला है। लगातार पत्थर बरसने से पिछले सोमवार को दिन में 12 बजे से हाईवे अवरुद्ध है। हाईवे बंद होने से यात्रियों को दिक्कतें आ रही हैं। वहीं गुप्तकाशी में भी हाईवे करीब तीस मीटर धस गया है, यहां पर भी आवाजाही बंद है, मंदिर मार्ग से छोटे वाहनों की आवाजाही हो रही है। गत दिवस यहां पर एक युवक की मौत भी हो गई थी। हाईवे अवरुद्ध होने से यात्री व स्थानीय लोग बसुकेदार होकर आवाजाही कर रहे है, लेकिन यह मार्ग भी लमगौंडी के पास देर शाम मलबा होने से बंद हो गया। यहां पर भी वाहनों की लंबी कतार लग गई, मलबा हटाया जा रहा है। छोटे वाहन मंदिर मार्ग से होकर गुजर रहे हैं। लोनिवि एनएच के अधिशासी अभियंता जेपी त्रिपाठी का कहना है कि बांसवाड़ा में लगातार पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं, जिससे मार्ग को खोलने में दिक्कतें आ रही है।
उधर, चमोली जिले में लामबगड़ में सोमवार की रात को भूस्खलन से सड़क बंद हो गई। मंगलवार को दिनभर रुक रुककर हो रही बारिश के चलते यहां पर सड़क से मलबा हटाने के काम में दिक्कतें हो रही है। देर शाम तक हाईवे लामबगड़ में नहीं खुल पाया था।
थराली विकासखंड के सग्वाड़ा गांव में बीती रात को भारी बारिश के बाद पुष्पा देवी, सुलभ सिंह व धन सिंह की गौशाला के ऊपर भूस्खलन का मलबा आने से गौशालाएं तहस नहस हो गई। गोशाला के अंदर दो भैंस, दो बैल, 20 बकरियां, एक गाय, एक बछिया जिदा दफन हो गए। कर्णप्रयाग विकासखंड के सिमली के राड़खी गांव में बरसाती गदेरे के उफान पर आने के कारण मलबा लोगों के घरों के अंदर घुस गया। लोग रातभर मलबे को हटाने में जुटे रहे।
नई टिहरी में बारिश के चलते जिले के नौ ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हैं। बारिश से धनोल्टी तहसील के फिडोगी गांव में एक मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ है। वहीं पिछले दिनों हुई बारिश से नई टिहरी-कोटीकालोनी-घनसाली मोटर मार्ग के पांगरखाल के पास सड़क धसने से यह मार्ग पांचवें दिन भी बड़े वाहनों के लिए बंद रहा।
इसी बीच, श्रीनगर गढ़वाल में पट्टी बडियारगढ़ के पारी पनोली (कुलाईंधार ) में गहड़ से परिपटियाला सड़क का पूरा पुश्ता ढह जाने से सड़क के ऊपर बने सुरेंद्र बत्र्वाल के दोमंजिला मकान को भारी खतरा पैदा हो गया है। सड़क पुश्ता ध्वस्त हो जाने से उनके मकान का शौचालय और बाथरूम भी ध्वस्त होकर सड़क पर आ गिरा।