घोषणाएं धरातल पर नहीं उतरने से ग्रामीण भड़के
संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग तल्ला नागपुर विकास संघर्ष समिति की बैठक में क्षेत्रीय जनता ने तत्कालीन म
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: तल्ला नागपुर विकास संघर्ष समिति की बैठक में क्षेत्रीय जनता ने तत्कालीन मुख्यमंत्रियों की ओर से की गई घोषणाएं धरातल पर न उतरने को लेकर 12 अगस्त को चोपता में सांकेतिक धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। साथ ही जनता और जन प्रतिनिधियों ने क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप भी लगाया है।
चोपता में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि तल्ला नागपुर के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय की स्थापना, 20 बेड का हास्पिटल, एएनएम ट्रेनिग सेंटर, पृथक तहसील की स्थापना, तल्ला नागपुर पेयजल योजना के फेस-2 समेत कई योजनाओं के लिए तत्कालीन मुख्समंत्रियों ने घोषणाएं की है, लेकिन अभी तक इन घोषणाओं पर अमल न होने से क्षेत्रीय जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है। इसके अलावा तल्ला नागपुर में अलग विकासखंड की स्थापना, तुंगेश्वर मंदिर फलासी-कार्तिक स्वामी, खड पतियाखाल-नैणी देवी, घिमतोली-नैणी देवी पैदल ट्रेकों को विकसित करने, क्षेत्र में होम स्टे योजना को बढ़ावा देने, तीर्थाटन व पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने की मांग भी लंबे समय की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई योजनाएं धरातल पर नहीं उतर सकी है। इस संबंध में पूर्व में कई बार शासन-प्रशासन व सबंधित विभागों को अवगत कराया जा चुका है। लेकिन, अभी तक कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है। कहा कि रोजगारपरक संस्थान पालीटेक्निक का भवन निर्माण कार्य वर्षों से लटका पड़ा है। तल्लानागपुर की विभिन्न मांगों पर अमल न होने से अब जनता ने आंदोलन का मन बनाया है। कहा कि क्षेत्रीय जनता आगामी 12 अगस्त को चोपता में व्यापक स्तर पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन करेगी। इसके बाद 16 अगस्त को माता मटियाणी माता के मंदिर में सरकार की शुद्धि-बुद्धि के लिए यज्ञ किया जाएगा। फिर भी कोई कार्रवाई न हुई तो ग्रामीणों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पडे़गा। बैठक में जिला पंचायत सदस्य चोपता सुनीता बत्र्वाल, समिति के अध्यक्ष पूर्ण सिंह नेगी, सचिव सूरजपाल सिंह, हरेंद्र सिंह, सरिता देवी, नत्था सिंह समेत विभिन्न गांव के प्रधान, क्षेपंस समेत कई जनप्रतिनिधि व ग्रामीण उपस्थित थे।