क्वारंटाइन लोगों पर रोजाना 1.65 लाख हो रहे खर्च

संवाद सहयोगी रुद्रप्रयाग बाहरी राज्यों व अन्य जिलों से आ रहे प्रवासियों को सरकार की ओर से

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 May 2020 02:57 AM (IST) Updated:Wed, 20 May 2020 06:14 AM (IST)
क्वारंटाइन लोगों पर रोजाना 1.65 लाख हो रहे खर्च
क्वारंटाइन लोगों पर रोजाना 1.65 लाख हो रहे खर्च

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बाहरी राज्यों व अन्य जिलों से आ रहे प्रवासियों को सरकार की ओर से संस्थागत व होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। साढ़े सात सौ से अधिक लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है, जिनके रहने व खाने की व्यवस्था सरकार की ओर से की जा रही है। इन सभी लोगों पर रोजाना एक लाख 65 हजार रुपये खर्च किए जा रहे हैं।

बाहरी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में प्रवासियों के आने का सिलसिला बना हुआ है। अब तक जनपद में 11,923 प्रवासी पहुंच चुके हैं, जबकि दस हजार से अधिक प्रवासियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है, जिनके निकट भविष्य में आने की उम्मीद है। जनपद में अब तक साढ़े सात सौ प्रवासियों को संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है, इन सभी को जिले के विभिन्न होटलों में रखा गया है। यहां पर भोजन व्यवस्था के लिए जिला पूर्ति अधिकारी व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की ड्यूटी लगाई है। साढ़े चार हजार लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है, जिन्हें ग्राम सभा के पंचायत भवन, प्राथमिक विद्यालयों में रखा गया है। यहां पर इनके लिए भोजन की व्यवस्था निगरीन समिति द्वारा किया जा रहा है। अधिकांश प्रवासियों के परिजन द्वारा ही भोजन की व्यवस्था की जा रही है।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी रमेश चन्द्र नितवाल ने बताया कि सभी संस्थागत क्वारंटाइन किए गए लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था के लिए अम्मा भोजनालय व स्थानीय अन्य कैंटीन को अधिकृत किया गया है। बाजारी मूल्य पर ही भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। 220 रुपये प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है। भोजन की गुणवत्ता की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की जाती है। बताया कि होम क्वारंटाइन में ग्राम स्तर पर भोजन की व्यवस्था परिजनों की ओर से ही की जा रही है, लेकिन यदि किसी के परिजन नहीं हैं तो निगरानी समिति की ओर से भोजन की व्यवस्था की जाती है। नियोजन समिति को तय मानक के अनुसार ही भुगतान किया जाएगा।

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