Kedarnath Yatra 2020: केदारनाथ पैदल मार्ग का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त, यात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर रोका
Kedarnath Yatra 2020 भूस्खलन के चलते केदारनाथ पैदल मार्ग का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि केदारनाथ से लौट रहे 102 यात्रियों को देर रात रस्सों के सहारे सुरक्षित निकाल लिया
रुद्रप्रयाग, जेएनएन। Kedarnath Yatra 2020 पहाड़ी पर हुए भूस्खलन के चलते केदारनाथ पैदल मार्ग का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इससे आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। हालांकि, केदारनाथ से लौट रहे 102 यात्रियों को देर रात रस्सों के सहारे सुरक्षित निकाल लिया गया। खतरे को देखते हुए केदारनाथ जाने वाले 230 यात्रियों को गौरीकुंड और सोनप्रयाग में रोका गया है। रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन के अनुसार रविवार रात तक मार्ग की मरम्मत का काम पूरा हो जाएगा, जिसके बाद सोमवार से आवाजाही सुचारू हो पाएगी।
गौरीकुंड से 600 मीटर आगे पहाड़ी पर भूस्खलन होने से शनिवार को केदारनाथ पैदल मार्ग का लगभग 20 मीटर हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया। यात्रा मजिस्ट्रेट एमएल अंजवाल ने बताया कि भूस्खलन के खतरे को देखते हुए 150 यात्री गौरीकुंड और 80 यात्री सोनप्रयाग में रोके गए हैं, जबकि केदारनाथ से गौरीकुंड लौट रहे सभी यात्रियों को पुलिस और प्रशासन की मदद से देर रात सुरक्षित निकाल लिया गया। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता प्रवीन कर्णवाल ने बताया कि क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग को जल्द से जल्द खोलने का प्रयास किया जा रहा है। श्रमिक दोनों छोर पर पहुंच गए हैं। उम्मीद है कि सोमवार को मार्ग आवाजाही के लिए खुल जाएगा। इसी के बाद गौरीकुंड और सोनप्रयाग में रोके गए यात्रियों को केदारनाथ के लिए रवाना किया जाएगा।
पांच घंटे तक बंद रहा बदरीनाथ हाइवे
भूस्खलन से क्षेत्रपाल में बदरीनाथ हाइवे पांच घंटे बंद रहा। इसके अलावा नई टिहरी में पांच सड़कें अब भी बंद हैं। चमोली के पास क्षेत्रपाल में सुबह पांच बजे करीब भूस्खलन से बदरीनाथ हाईवे बाधित हो गया। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने जेसीबी मशीन से मलबा हटाकर सुबह दस बजे के करीब हाईवे सुचारू कराया। हाईवे बाधित होने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। उधर, नई टिहरी जिले में बारिश के कारण फकोट-कटकोट, गजा-माणदा, धोपड़धार-समणगांव, घुत्तू-गवाणा और गजा-तमियार ग्रामीण मोटर मार्ग बंद पड़े हैं। मार्ग बाधित होने से ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ मोटर मार्ग पिछले पांच दिनों से बाधित हैं, जिस कारण ग्रामीणों को करीब दो किलोमीटर की पैदल दूरी नापनी पड़ रही है।
वहीं, क्षेत्रों में खाद्य सामग्री पहुंचाने में भी परेशानी हो रही है। बारिश के कारण कई मोटर मार्गों पर पानी जमा होने और मलबा आने के कारण आवागमन जोखिम भरा बना है। नई टिहरी-कोटीकालोनी-घनसाली मोटर मार्ग पर पांगरखाल के समीप सड़क धंसने के कारण पिछले एक सप्ताह से इस पर बड़े वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाइवे कई दिनों से तोताघाटी के पास बाधित हो रहा है। वहीं, ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे शनिवार को आवागमन के लिए सुचारू रहा।