घायल महिला की मदद के लिए आगे आए युवा समाजसेवी

ग्रफ के निर्माण कार्य के दौरान पत्थर गिरने से घायल हुई बंगापानी निवासी खीला देवी की मदद के लिए युवा समाजसेवी चंद्रप्रकाश व त्रिलोक कुमार आगे आए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 11:03 PM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 11:03 PM (IST)
घायल महिला की मदद के लिए आगे आए युवा समाजसेवी
घायल महिला की मदद के लिए आगे आए युवा समाजसेवी

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : ग्रिफ के निर्माण कार्य के दौरान पत्थर गिरने से घायल हुई बंगापानी निवासी खीला देवी की मदद के लिए युवा समाजसेवी चंद्रप्रकाश व त्रिलोक कुमार आगे आए हैं। दोनों युवाओं ने जिला चिकित्सालय में भर्ती महिला के इलाज के लिए परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की।

बंगापानी तहसील के मेतली तोक सालधर निवासी खीला देवी ग्रिफ में मजदूरी कार्य कर अपना गुजर-बसर करती है। बीते 20 जुलाई को कार्य के दौरान पत्थर गिरने से खीला देवी की रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट पहुंची। लोगों की मदद से महिला को इलाज के लिए हल्द्वानी भेजा गया। जहां महिला का आपरेशन हुआ। आपरेशन सफल न होने के कारण महिला वर्तमान में जिला चिकित्सालय में भर्ती है। चिकित्सकों ने महिला को उपचार के लिए हल्द्वानी/दिल्ली ले जाने की सलाह दी है अन्यथा महिला को उम्र भर दिव्यांग के रू प में जीवन व्यतीत करना पड़ सकता है। आर्थिक रू प से कमजोर महिला अपना इलाज कराने में असमर्थ है। ऐसे में युवा समाजसेवी चंद्रप्रकाश व त्रिलोक कुमार उसकी मदद के लिए आगे आए हैं। शुक्रवार को उन्होंने जिला चिकित्सालय पहुंचकर महिला के परिजनों को एक-एक हजार की आर्थिक सहायता दी। साथ ही युवाओं ने अन्य लोगों से भी महिला के इलाज के लिए आर्थिक सहयोग देने की अपील की है।

उधर पिछले दिनों कैंटर की चपेट में आकर घायल हुआ बाराकोट के गुमोद गांव का युवक भुवन बोहरा आर्थिक तंगी के कारण इलाज नहीं करवा पा रहा है। अज्ञात कैंटर ने भुवन को 27 अक्टूबर की रात लगभग नौ बजे उस वक्त टक्कट मार दी जब वह शादी के बाद अपनी भतीजी को उसके ससुराल छोड़कर आ रहा था। दुर्घटना में भुवन के जबड़े मे गंभीर चोट आई थी। 108 एंबुलेंस के जरिये भुवन को तल्ली बाराकोट से लाकर लोहाघाट के राजकीय चिकित्सालय में दाखिल किया गया। परिजनों द्वारा घटना की रिपोर्ट पुलिस में भी दर्ज की गई थी, लेकिन अभी तक पुलिस केंटर का पता नहीं लगा पाई है। डाक्टरों ने भुवन को हायर सेंटर रेफर किया लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह बाहर के अस्पतालों में नहीं जा पा रहा है। उसके पास बीपीएल कार्ड भी नहीं हैं। कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से आयुष्मान कार्ड बनने बंद हो गए हैं जिससे उसकी परेशानी और बढ़ गई है। भुवन ने इलाज के लिए जिलाधिकारी से आर्थिक सहयोग देने की मांग की है।

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