महिला रामलीला मंचन : टूटे नहीं चाप सिया रहीं कुंवारी..

पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय में चल रही महिला रामलीला के दूसरे दिन सीता स्वयंवर का मंचन हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 10:33 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 10:33 PM (IST)
महिला रामलीला मंचन : टूटे नहीं चाप सिया रहीं कुंवारी..
महिला रामलीला मंचन : टूटे नहीं चाप सिया रहीं कुंवारी..

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय में चल रही महिला रामलीला के दूसरे दिन सीता स्वयंवर का मंचन हुआ। कलाकारों ने जीवंत अभिनय कर देर रात तक समां बांधे रखा।

दूसरे दिन के मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र वल्दिया और कुमाऊं मंडल विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष केदार जोशी थे। दोनों ने भगवान राम के जीवन पर प्रकाश डालकर उनके गुणों को आत्मसात करने का आह्वान दर्शकों से किया।

दूसरे दिन की रामलीला की शुरू आत धनुष यज्ञ से हुई। रावण द्वारा धनुष यज्ञ स्थल पर पहुंचने वापस लौटने, विभिन्न राजाओं के धनुष तोड़ पाने में असफल रहने, राजा जनक के दुखी होने और अंत में भगवान राम द्वारा धनुष तोड़ने का शानदार अभिनय कलाकारों ने किया। परशुराम- लक्ष्मण संवाद की प्रस्तुति विशेष रही। राम के अयोध्या वापस लौटने, कैकेयी-दशरथ संवाद के बाद भगवान राम के वन प्रस्थान तक की लीला मंचित की गई। देर रात तक दर्शक रामलीला देखने के लिए डटे रहे। अर्चना भट्ट ने जनक, लक्ष्मी भट्ट ने विश्वामित्र, ममता पाठक ने बाणासुर, नैना कलखुड़िया ने परशुराम, विद्या ने कैकेयी की भूमिका निभाई। तीसरे दिन सीता हरण, हनुमान के लंका पहुंचने तक के प्रसंगों का मंचन होगा। ======== सुनो सीता पति व्रत धर्म को..

डीडीहाट/थल/मदकोट: डीडीहाट की रामलीला में दूसरे दिन ताड़िका वध, थल में कैकेयी का कोप भवन में जाने का मंचन हुआ है। वहीं, मदकोट में राम जन्म के साथ रामलीला मंचन शुरू हुआ।

थल रामलीला के चौथे दिन राजा दशरथ का बरात लेकर जनकपुर पधारने से लेकर राम राज्याभिषेक के मुर्हुत से पहले दासी मंथरा का राजा दशरथ से दो वर मांगने, रानी कैकेयी के कोप भवन में जाने, राजा दशरथ-केकई संवाद तक का मंचन हुआ। चौथे दिन के मंचन का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि मनोहर सिंह सत्याल, पूर्व सैनिक संगठन अध्यक्ष गोविंद भट्ट, कोषाध्यक्ष पूरन सिंह भैंसोड़ा, व्यापार मंडल अध्यक्ष बलवंत सत्याल, उपाध्यक्ष अनिल कार्की, रेडक्रॉस के कोषाध्यक्ष नवराज भैंसोड़ा, महिपाल सिंह सत्याल, प्रहलाद भैंसोड़ा रहे।

डीडीहाट: यहां दूसरे दिन ताड़िका वध, सुबाहु-मारिच युद्ध, सीता का गौरी पूजन का मंचन हुआ। इस मौके पर रामलीला कमेटी अध्यक्ष ललित मोहन भंडारी, वक्ता मैनेजर अशोक खड़ायत, हारमोनियम वादक कवींद्र बिष्ट, तबला वादक दीपक कुमार मौजूद रहे। मदकोट: मदकोट में रामलीला मंचन का शुभारंभ हुआ। पहले दिन नट-नटी संवाद, नारद मोह, रावण का कैलाश पर्वत उठाने से लेकर राम जन्म तक के दृश्यों का मंचन हुआ। इससे पूर्व रामलीला का शुभारंभ मुख्य अतिथि केदार सिंह पांगती ने दीप प्रज्वलित कर किया।

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