चीन सीमा से लगे ग्रामीणों ने सीखे आपदा प्रबंधन के गुर
एसडीआरएफ के जागरू कता कार्यक्रम के तहत विकास खंड के चीन सीमा से लगे चार गांवों में आपदा प्रबंधन के गुर सीखे।
संवाद सूत्र, धारचूला : एसडीआरएफ के जागरू कता कार्यक्रम के तहत विकास खंड के चीन सीमा से लगे चार ग्राम पंचायत के युवाओं को जुम्मा गांव में आयोजित शिविर में आपदा प्रबंधन के गुर सिखाए गए।
प्रशिक्षण टीम प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र कुमार आर्या के नेतृत्व में उच्च हिमालयी ग्राम पंचायत गुंजी, कुटी, बूंदी और नाबी के युवक और महिला मंगल दलों के युवक-युवतियों को आपदा प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान आपदा आने पर स्थानीय स्तर पर बचाव के तरीके बताए गए। प्रशिक्षण में आपदा आपदा के समय संवेदनशील स्थलों की पहचान कर उन स्थानों पर सुरक्षित रहने के तरीके बताए गए। भूकंप, भूस्खलन, नदी का जलस्तर बढ़ने से होने वाली तबाही, अग्निकांड, सड़क दुर्घटना के दौरान राहत व बचाव के तरीके बताए गए।
युवाओं को आपदा के दौरान घायलों को प्राथमिक उपचार देने की विधि, कृत्रिम सांस देने का तरीका, रोप रेस्क्यू उपकरणों से चट्टानों पर चढ़ने, उतरने, नदी को पार करने की विधि सहित उपलब्ध संसाधनों से स्ट्रेचर बना कर हाथों के सहारे ले जाने की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण एसडीआरएफ की चार टीमों द्वारा दिया जा रहा है। प्रशिक्षण देने वालों में आरक्षी सुनील सिंह, हरीश चंद, टीका सिंह, संतोष सिंह, ललित जोशी, प्रमोद मठपाल, दीपक कापड़ी, सुरेश चंद, सोहन चौबे, दीप चंद, कुबेर रौंकली आदि शामिल थे। समापन अवसर पर ग्राम प्रधान गुंजी सुरेश सिंह गुंज्याल, पूर्व तहसीलदार भवान सिंह गुंज्याल आदि मौजूद थे।