कोरोना के प्रति धारचूला व मुनस्यारी के ग्रामीण सजग
नेपाल व चीन सीमा से लगे सीमांत जिले के मुनस्यारी व धारचूला क्षेत्र में कोविड नियंत्रण के लिए ग्राम स्तर पर पहल शुरू हो गई है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : नेपाल व चीन सीमा से लगे सीमांत जिले के मुनस्यारी व धारचूला क्षेत्र में कोविड नियंत्रण के लिए ग्राम स्तर पर पहल शुरू हो गई है। अब गांव के लोग खुद आगे आकर अपना सैंपल जांच के लिए दे रहे हैं। जिलाधिकारी आनंद स्वरू प की रोज मॉनिटरिग ने इस मुहिम को बल दिया है। ग्राम स्तर पर बनी कोविड नियंत्रण समिति को एक्टिव किया जा रहा है।
कोविड नियंत्रण के लिए पहले केवल प्रशासन स्तर पर ही पहल की जा रही थी, मगर अब मुनस्यारी में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की पहल के बाद सरकारी तंत्र से ज्यादा समुदाय कोविड नियंत्रण की चिंता व धरातल पर कार्य कर रही है। हर गांव में ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, वन पंचायत सदस्य, वार्ड सदस्य, महिला व युवक मंगल दल अध्यक्ष, नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक अपने-अपने गांव की चिंता कर कोविड से बचने की रणनीति बना रहे हैं। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस अभियान की रीढ़ बनकर उभर रही हैं। जिलाधिकारी के आदेश के बाद हर रोज जिला पंचायत राज अधिकारी हरीश चंद्र आर्या ऐंचोली, सेराघाट व चौकोड़ी चेक पोस्ट से आने वाले इस क्षेत्र के लोगों के नाम, गांव का नाम, मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर बाहर से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था की जा रही है।
अपर जिलाधिकारी आरडी पालीवाल ने दरकोट में होम आइसोलेशन में रह रहे चार परिवारों को राशन की दिक्कत के मामले का स्वत: संज्ञान लिया। जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि इस अभियान में मेडिकल टीम का सबसे अधिक सहयोग मिल रहा है। कोविड नियंत्रण के लिए बने ग्रुप के फीडबैक से समिति द्वारा हर गांव को चैक किया जा रहा है। इससे गांव के पहली पंक्ति के जागरू क लोगों द्वारा खुद पहल किया जाना समाज के लिए बेहतर संदेश है। उन्होंने कहा कि सोमवार से धारचूला ब्लॉक के सभी गांवों में टीम को अधिक सक्रिय कर दिया गया है।