उच्च हिमालय से रेस्क्यू कर पिथौरागढ़ पहुंचे पर्यटकों ने सेना के जवानों के साथ शासन-प्रशासन का जताया आभार

उच्च हिमालय से रेस्क्यू कर पिथौरागढ़ पहुंचे पर्यटकों ने सेना के साथ शासन प्रशासन का आभार जताया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:22 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:22 PM (IST)
उच्च हिमालय से रेस्क्यू कर पिथौरागढ़ पहुंचे पर्यटकों ने सेना के जवानों के साथ शासन-प्रशासन का जताया आभार
उच्च हिमालय से रेस्क्यू कर पिथौरागढ़ पहुंचे पर्यटकों ने सेना के जवानों के साथ शासन-प्रशासन का जताया आभार

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: बीते दिनों की बारिश के चलते मार्ग बंद होने से आदि कैलास और ओम पर्वत के दर्शन के लिए गए देश के विभिन्न राज्यों के फंसे पर्यटक हेलीकाप्टर से रेस्क्यू कर पिथौरागढ़ पहुंचने के बाद खुश नजर आए। बीते पांच छह दिनों से उच्च हिमालय में निराश हो चुके पर्यटकों ने हेलीकाप्टर से आसान तरीके से पिथौरागढ़ पहुंचने पर खुशी जताई। पर्यटकों का कहना था कि उच्च हिमालय में वह फंसे अवश्य थे, परंतु वहां पर भी उन्हें घर जैसा ही माहौल मिला था। प्रशासन सहित स्थानीय लोग उनका पूरा ध्यान रख रहे थे। गुरु वार को जैसे ही हेलीकाप्टर से पिथौरागढ़ जाने की सूचना मिली तो निराशा आशा में बदल गई। पिथौरागढ़ पहुंचने पर पर्यटकों ने अपने अनुभव साझा किए। सेना और प्रशासन का आभार जताया। ========= हेलीकाप्टर से आसान तरीके से पिथौरागढ़ पहुंचे। हेलीकाप्टर से ही ओम पर्वत के दर्शन किए जो दुलर्भ थे। उच्च हिमालय में हमें किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। वहां पर घर जैसा ही माहौल मिला था। सुबह, दिन और सायं तक प्रशासन और स्थानीय लोग हमारी सेवा में जुटे रहते हैं। कहीं से ही यह नही लगता था कि हम फंसे हुए हैं। आज हेलीकाप्टर से पिथौरागढ़ पहुंचने के लिए प्रशासन और सेना का धन्यवाद करते हैं।

- सीता गुप्ता, निवासी झांसी, उत्त्तर प्रदेश

========= आदि कैलास और ओम पर्वत के दर्शन के लिए गए थे। चार दिन से फंसे थे। होमस्टे में रह रहे थे। जहां पर प्रशासन और स्थानीय लोग हमारा पूरा सहयोग कर रहे थे। भोजन के लिए हर समय पूछा जाता था। हमें इस स्तर पर कोई परेशानी नहीं हुई, परंतु तबीयत ठीक नहीं होने से फ्रीक हो रही थी। आज सुबह ही हमसे हेलीकाप्टर से पिथौरागढ़ जाने के लिए पूछा गया। हमने हामी भरी और पिथौरागढ़ पहुंच गए। हमारा वाहन यहां पहुंच रहा है और अब घर को जाएंगे।

- डा. विकास गुप्ता, निवासी झांसी, उप्र

===== हम लोग आदि कैलास के दर्शन को गए थे। मौसम के चलते फंस गए, परंतु हम जहां-जहां भी रहे सभी स्थानों पर हमारा विशेष ध्यान रखा गया। किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। आज जब रेस्क्यू की बात आई तो खुशी हुई। भले ही हम यात्रा के दौरान फंस गए थे, परंतु हमारे पास अच्छे अनुभव हैं। इतनी शीघ्रता के साथ रेस्क्यू होगा यह हमने भी नहीं सोचा था। प्रशासन और सेना का आभार ।

जया कुंडू , निवासी कोलकाता

======= साढ़े पांच फीट बर्फ गिरी है। हमने आदि कैलास के भव्य दर्शन किए। मौसम के चलते मार्ग सभी बंद हो गए थे। मौसम बेहद डरावना था, परंतु व्यवस्था हमारा पूरा ध्यान रख रही थी। हम गुंजी में थे इस दौरान मौसम बेहद खराब हो गया। भारी बर्फबारी हो रही थी। जहां हम रहे हमारी सुविधाओं की पूरी व्यवस्था थी। इधर हेलीकाप्टर से हमारा रेस्क्यू किया गया। इसके लिए हम सरकार, सीएम, सेना और प्रशासन का आभार व्यक्त करते हैं।

- नीलेश, निवासी कोलकाता

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