पिथौरागढ़ जिला अस्पताल की डायलिसिस व्यवस्था पीपीपी मोड के फेर में उलझी

पिथौरागढ़ जिला चिकित्सालय की डायलिसिस व्यवस्था पीपीपी मोड के फेर में उलझ गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 10:16 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 10:16 PM (IST)
पिथौरागढ़ जिला अस्पताल की डायलिसिस व्यवस्था पीपीपी मोड के फेर में उलझी
पिथौरागढ़ जिला अस्पताल की डायलिसिस व्यवस्था पीपीपी मोड के फेर में उलझी

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : जिला चिकित्सालय की डायलिसिस व्यवस्था पीपीपी मोड के फेर में उलझ गई है। शासन से पीपीपी की स्वीकृति मिली न जरू रत के मुताबिक स्टाफ की तैनाती ही हो पा रही है। इसका खामियाजा किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। दर्जनों मरीज अभी भी हल्द्वानी के चक्कर काटने को मजबूर हैं।

जिला चिकित्सालय में डायलिसिस की तीन मशीनें लगी हुई हैं। मात्र एक चिकित्सक और तीन सहायक स्टाफ के भरोसे पूरी व्यवस्था चल रही है। तीन मशीनों के जरिये 18 मरीजों को डायलिसिस की सुविधा दी जा रही है। दर्जनों मरीज प्रतीक्षा सूची में हैं। मजबूरी में मरीज हल्द्वानी के चक्कर काटने को मजबूर हैं। कई मरीजों को हल्द्वानी में ही कमरे किराए पर लेकर डायलिसिस करानी पड़ रही है। पिथौरागढ़ में इस सुविधा के लिए मरीज अस्पताल प्रबंधन के आगे गिड़गिड़ा रहे हैं।

चिकित्सालय प्रबंधन स्वास्थ निदेशालय को लगातार समस्या से अवगत कराते हुए स्टाफ की मांग कर रहा है। निदेशालय से हर बार डायलिसिस यूनिट को पीपीपी मोड के माध्यम से संचालित किए जाने का जवाब प्रबंधन को दे रहा है। फैसला लेने में हो रही देरी से बीमारी से जूझ रहे मरीज और उनके परिजनों में गहरा आक्रोश है।

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वर्जन

डायलिसिस यूनिट में वर्तमान में 18 मरीजों को सुविधा दी जा रही है, कुछ मरीजों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। यूनिट के लिए स्टाफ की मांग निदेशालय को भेजी गई है। स्टाफ मिलने के बाद ही सेवा को बढ़ा पाना संभव होगा।

-डा.केसी भट्ट, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय

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