पिथौरागढ़ के देवलथल में एक सप्ताह में ही उखड़ गया डामर

पिथौरागढ़ के देवलथल बाजार की सड़कों पर कराया गया डामर एक सप्ताह में ही उखड़ गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 09:29 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 09:29 PM (IST)
पिथौरागढ़ के देवलथल में एक सप्ताह में ही उखड़ गया डामर
पिथौरागढ़ के देवलथल में एक सप्ताह में ही उखड़ गया डामर

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : देवलथल बाजार की सड़कों पर कराया गया डामर एक सप्ताह में ही उखड़ गया। सड़कों पर बने गड्ढों की वजह से लोगों को आवागमन में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों ने एक सप्ताह के भीतर गड्ढे नहीं भरे जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

देवलथल बाजार में प्रदर्शन करते हुए व्यापारी खीम सिंह बसेड़ा ने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने एक सप्ताह पूर्व सड़कों पर डामर किया, जो बरसात में एक सप्ताह भी नहीं टिक पाया। पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगदीश कुमार ने कहा कि सड़क पर जगह-जगह गड्ढे बनने से जल भराव हो रहा है। इसके चलते लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने आरोप लगाया कि लोनिवि सड़कों पर डामर के नाम पर खानापूर्ति कर सरकारी धन की बर्बादी कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। व्यापारियों ने कहा कि एक सप्ताह में सड़क की हालत नहीं सुधारी गई तो व्यापारी उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में पूर्व प्रधानाचार्य भगवान सिंह नेगी, पूर्व प्रधान पुष्कर राम, नरेश पांडेय, डिगर राम, शंकर राम, शेरराम, भरत, नीरज आदि शामिल थे।

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ग्रामीणों ने किया बहूद्देश्यीय शिविर का बॉयकाट

संवाद सूत्र, गंगोलीहाट : मड़कनाली-सुरखाल पाठक सड़क बनाने की मांग को लेकर आंदोलनरत ग्रामीणों ने सोमवार को क्षेत्र में आयोजित बहूद्देश्यीय शिविर का बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है।

पिछले 22 दिनों से क्रमिक अनशन पर टिके ग्रामीणों को अपर जिलाधिकारी एफआर चौहान ने दो अगस्त को मड़कनाली से सुरखाल पाठक तक पैदल यात्रा कर गांव में शिविर लगाने का भरोसा दिया था। ग्रामीण सुबह सात बजे ही मड़कनाली पहुंचकर एडीएम का इंतजार करने लगे। बाद में पता चला कि एडीएम का दौरा रद्द हो गया है। एसडीएम बीएस फोनिया सिनलेख से वाहन के जरिये अधिकारियों को लेकर शिविर स्थल पहुंच गए हैं। इससे ग्रामीण भड़क गए। ग्रामीणों ने जुलूस निकाल प्रदर्शन किया। अनशन स्थल पर पहुंचकर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन उन्हें लगातार गुमराह कर रहा है, ग्रामीण उपेक्षा को अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। जब तक सड़क का निर्माण नहीं होता, ग्रामीण आंदोलन जारी रखेंगे। 22वें दिन राजेंद्र सिंह, मोहन सिंह, हेमंत सिंह, धर्म सिंह क्रमिक अनशन में बैठे।

इधर, तहसील प्रशासन ने दावा किया कि क्षेत्र में आयोजित शिविर सफल रहा। शिविर में कई समस्याओं का समाधान करने के साथ ही विभिन्न प्रमाण पत्र भी जारी किए गए।

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