धारचूला व मुनस्यारी में चली हवा, बोर्ड उड़े
मौसम एक बार फिर दगा दे गया। सीमांत में तेज हवाएं चलने से जनजीवन प्रभावित रहा।
जागरण टीम, पिथौरागढ़/मुनस्यारी/धारचूला: मौसम एक बार फिर दगा दे गया। सीमांत में तेज हवाएं चलने से आसमान में घिरे बादल उड़ गए। मुनस्यारी और धारचूला में काफी तेज हवाएं चली। हवा से नगर में लगे बोर्ड उड़ गए और पेड़ की हल्की टहनियां भी टूट गई।
गुरु वार को मौसम साफ था। दोपहर बाद आसमान में हल्के बादल छाने लगे। धारचूला, मुनस्यारी सहित उच्च हिमालयी क्षेत्र में घने बादल छाए। जिसे लेकर लोगों को आसमान के बरसने की आस जगी, परंतु अपराह्न दो बजे के आसपास धारचूला और मुनस्यारी तहसील क्षेत्रों में तेज हवाएं चली। अंधड़ चलने से तो मुनस्यारी में नगर के विभिन्न स्थानों पर लगाए गए बोर्ड तक उड़ गए। तेज हवाएं चलने से आसमान में छाए बादल छंट गए और बारिश की संभावना समाप्त होने से काश्तकार मायूस हैं। जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ सहित अन्य स्थानों पर भी हवाएं चली। हवाएं चलने से जंगलों की आग और फैल रही है। ======= बूंदाबांदी के साथ चली तेज हवा
लोहाघाट : गुरुवार की दोपहर में गरज चमक के साथ जिले के कई हिस्सों में बूंदाबांदी हुई। तेज हवा चलने से फल पौधों को नुकसान होने की खबर है। जिले में पिछले पांच माह से पर्याप्त बारिश न होने से सूखे की स्थिति पैदा हो गई है। काश्तकार लंबे समय से अच्छी बारिश की उम्मीद लगाए बैठे हैं लेकिन उन्हें हर बार मौसम की बेरूखी का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को भी मौसम ने दगा दे दिया। हालांकि आसमान में बादल छाए रहने से बारिश क उम्मीद बरकरार है। बूंदाबांदी के साथ तेज हवा चलने से माल्टा, संतरा, पूलम, आडू व खुबानी के पौधों में आए फूल गिर गए।