मेरा रंग रू प देखकर चंद्रमा भी शरमा गया..

पिथौरागढ़ नगर में चल रही रामलीला के छठे दिन सूर्पनखा द्वारा भगवान राम- लक्ष्मण को रिझाने आदि का मंचन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 05:11 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 05:11 PM (IST)
मेरा रंग रू प देखकर चंद्रमा भी शरमा गया..
मेरा रंग रू प देखकर चंद्रमा भी शरमा गया..

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: नगर में चल रही रामलीला के छठे दिन सूर्पनखा द्वारा भगवान राम- लक्ष्मण को रिझाने से सीता हरण तक के प्रसंग का मंचन हुआ।

छठे दिन के मंचन की शुरू आत सूर्पनखा द्वारा पंचवटी पहुंचकर भगवान राम और लक्ष्मण को रिझाने का प्रयास से हुई। सूर्पनखा के पात्र संजय टम्टा ने शानदार अभिनय किया। मेरा रू प रंग देखकर चंद्रमा भी शरमा गया गीत पर उनका नृत्य विशेष रहा। लक्ष्मण द्वारा सूर्पनखा के नासिका छेदन, खरदूषण वध, रावण द्वारा मारिच को माया रचने के लिए बाध्य करने, सीता हरण, राम की हनुमान संग मुलाकात और अंत में सुग्रीव के साथ मित्रता प्रसंग के मंचन के साथ लीला का समापन हुआ। समापन से पूर्व रामलीला मंचन में सक्रिय सहयोग देने वाले राधेलाल अग्रवाल, चंद्रकला खन्ना, पूरन चंद्र जोशी तथा पुतला निर्माण कमेटी के शाहिद खान की माता के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। मंचन के दौरान रामलीला कमेटी के तमाम सदस्य मौजूद रहे।

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