दशाईथल महोत्सव की अंतिम शाम, गायक ललित मोहन जोशी के नाम

दशाईथल महोत्सव की अंतिम शाम गायक ललित मोहन जोशी ने शानदार प्रस्तुति दी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 10:33 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 10:33 PM (IST)
दशाईथल महोत्सव की अंतिम शाम, गायक ललित मोहन जोशी के नाम
दशाईथल महोत्सव की अंतिम शाम, गायक ललित मोहन जोशी के नाम

संवाद सूत्र, गंगोलीहाट: तहसील मुख्यालय से तीन किमी दूर दशाईथल हेलीपेड में चल रहे दशाईथल महोत्सव की अंतिम शाम ललित मोहन जोशी के नाम रही। इसके अलावा स्थानीय व बाहरी कलाकारों ने भी अपनी शानदार प्रस्तुति से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कड़ाके की ठंड के बावजूद दर्शक महोत्सव में देर रात्रि तक जमे रहे।

महोत्सव के अंतिम दिन बेरीनाग वायरस डांस ग्रुप, गढ़वाल सांस्कृतिक दल, लोक गायक ललित मोहन जोशी, दीनू टम्टा, रागिनी बिष्ट ने प्रस्तुति दी। कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। दर्शकों की फरमाइश पर लोक गायक देर रात्रि तक अपनी प्रस्तुति देते रहे। महोत्सव समिति के अध्यक्ष आदित्य मेहरा ने भी संदेशे आते हैं.. गीत गाकर माहौल देश भक्तिमय कर दिया। इससे पूर्व महोत्सव के दिन के कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक मीना गंगोला रहीं। उन्होंने महोत्सव समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए समिति को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। अंतिम सांस्कृतिक संध्या के कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि की भूमिका में पूर्व दर्जा राज्यमंत्री खजान चंद्र गुड्डू रहे। महोत्सव समिति के अध्यक्ष आदित्य मेहरा ने सफल आयोजन में सहयोग करने पर सभी का आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि मेला स्थल में नौ दिसंबर तक सभी दुकानें, झुले यथावत रहेंगे। समापन अवसर पर सभी कलाकारों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन कै. दीवान सिंह वल्दिया, रंगकर्मी जनार्दन उप्रेती व नानू बिष्ट द्वारा किया गया। महोत्सव के संचालन में समिति उपाध्यक्ष अमर सिंह मेहरा, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह महरा, सचिव पंकज कुमार, कुंदन सिंह, कुंदन मेहरा, महेंद्र सिंह, केसर सिंह, पवन सिंह, धीरज सिंह, आशीष, पृथ्वीराज आदि ने सहयोग प्रदान किया। ======= दरकोट के कलाकारों का जलवा

संवाद सूत्र, मुनस्यारी: मुनस्यारी महोत्सव में गोलीकांड के चलते सांस्कृतिक संध्या का आयोजन नहीं किया गया। सायं को कुछ ही कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। रविवार दिन में स्कूली बच्चों ने आकर्षक प्रस्तुति दी।

शुक्रवार की रात्रि को मुनस्यारी महोत्सव के दौरान हुए गोलीकांड के चलते शनिवार की सांस्कृतिक संध्या का आयोजन नहीं किया गया। सायं आठ बजे तक ही कम कार्यक्रम हुए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लोक कलाकेंद्र दरकोट के कलाकारों ने समां बांधा। दरकोट के कलाकारों ने स्थानीय लोक कला के आकर्षक कार्यक्रम पेश किए। रविवार दिन में मुनस्यारी के स्थानीय विद्यालयों के बच्चों के कार्यक्रम हुए। बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा खेल व अन्य प्रतियोगिताएं हुई।

इस दौरान महोत्सव समिति के अध्यक्ष राजेंद्र पांगती, केदार मर्तोलिया, मुन्ना सयाना, कुलदीप रावत, गगन पांगती, हरीश चिराल, सुरेंद्र बृजवाल, मनोहर टोलिया, विरेंद्र चिराल आदि मौजूद रहे।

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