खस्ताहाल सड़क को देख जिलाधिकारी आशीष चौहान ने रुकवाया वाहन

मुनस्यारी से पिथौरागढ़ लौट रहे जिलाधिकारी आशीष चौहान मदकोट कस्बे की खस्ताहाल सड़क देखकर अपना वाहन रुकवाया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 10:41 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 10:41 PM (IST)
खस्ताहाल सड़क को देख जिलाधिकारी आशीष चौहान ने रुकवाया वाहन
खस्ताहाल सड़क को देख जिलाधिकारी आशीष चौहान ने रुकवाया वाहन

संवाद सूत्र, मदकोट: मुनस्यारी से पिथौरागढ़ लौट रहे जिलाधिकारी आशीष चौहान मदकोट कस्बे की खस्ताहाल सड़क देखकर अपना वाहन रुकवाया। उन्होंने सड़क का निरीक्षण किया और कस्बे के लोगों को शीघ्र समस्या के समाधान का भरोसा दिया।

जिलाधिकारी आशीष चौहान ने मदकोट कस्बे को जोड़ने वाली 300 मीटर सड़क की खस्ताहालत देखकर खुद अपने वाहन से उतर गए। जिलाधिकारी के मौके पर पहुंचने की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में कस्बे के लोग भी पहुंच गए। कस्बे के लोगों ने जिलाधिकारी को बताया कि वर्ष 2013 में आई आपदा में कस्बे को जोड़ने वाली सड़क बह गई थी। कस्बे को जोड़ने के लिए नई सड़क काटी गई, लेकिन सीमा सड़क संगठन लंबे समय तक नई सड़क के स्वामित्व से ही इंकार करता रहा। कच्ची सड़क पर आज तक डामरीकरण नहीं हो पाया है, जिसके चलते वर्षात में पूरी सड़क में जल भराव के साथ ही कीचड़ की समस्या पैदा हो गई है। गर्मियों में लोग धूल खाने को मजबूर हो रहे हैं। पिछले आठ वर्षो से लोग इस हिस्से का डामरीकरण कराए जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। जिलाधिकारी ने शीघ्र सड़क का डामरीकरण करने का भरोसा क्षेत्रवासियों को दिया। ======= 12 किमी. की पैदल यात्रा करने को मजबूर नेपाल सीमा पर बसे गांवों के लोग

पिथौरागढ़: नेपाल सीमा पर बसे गांवों को जोड़ने वाली जमतड़ी-हल्दू सड़क पिछले सात दिनों से बंद पड़ी है। छह गांवों के लोगों को बाजार आने के लिए 12 किमी. की पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। मरीजों को डोली के जरिए सड़कों तक लाया जा रहा है।

सात रोज पूर्व हुई भारी बारिश से जमतड़ी-हल्दू सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई। सड़क में कई स्थानों पर मलबा जमा हो गया है। सड़क बंद होने से जमतड़ी, क्वीगांव, हल्दू, सौरिया, भौरा के गांव अलग-थलग पड़े हुए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता गोविंद सिंह ने बताया कि सड़क बंद होने से ग्रामीणों को गांव में बीमार पड़े लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने में भारी दिक्कत झेलनी पड़ रही है। खतरनाक पैदल मार्गो से ग्रामीणों को डोली में रखकर सड़क तक पहुंचाया जा रहा है। मार्ग बंद होने की सूचना पहले ही दिन लोक निर्माण विभाग को दे दी गई थी, लेकिन अभी तक सड़क खोलने की दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। ग्रामीणों ने बंद पड़ी सड़क को अविलंब खोलने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है।

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