दो धार्मिक स्थलों को जोड़ने में फंसा पेंच, सड़क बनाने वाली कार्यदायी संस्थाओं ने खड़े किए हाथ

रामगंगा नदी तट पर स्थित प्रसिद्ध चंडिका घाट को पाताल भुवनेश्वर गुफा को जोड़ने वाली सड़क में अब पेंच फंस गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 11:24 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 11:24 PM (IST)
दो धार्मिक स्थलों को जोड़ने में फंसा पेंच, सड़क बनाने वाली कार्यदायी संस्थाओं ने खड़े किए हाथ
दो धार्मिक स्थलों को जोड़ने में फंसा पेंच, सड़क बनाने वाली कार्यदायी संस्थाओं ने खड़े किए हाथ

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: रामगंगा नदी तट पर स्थित प्रसिद्ध चंडिका घाट को निकट की पाताल भुवनेश्वर गुफा तक सड़क से जोड़ना एक सपना ही रहने वाला है। सड़क से जुड़े तीन विभागों के हाथ खड़ा करने से जिला मुख्यालय से पाताल भुवनेश्वर की दूरी आधी करने की प्रक्रिया अब जनप्रतिनिधियों के जिम्मे आ चुकी है। बेरीनाग लोनिवि द्वारा चंडिका मंदिर के सामने रामगंगा नदी के दूसरी तरफ सड़क लगभग तैयार कर दी है। इस स्थान पर अस्सी मीटर स्पान का मोटर पुल भी स्वीकृत हो चुका है जिसका निर्माण ब्रिडकुल ने करना है, परंतु पिथौरागढ़ की तरफ से पांच सौ मीटर मोटर मार्ग निर्माण का मामला खटाई में पड़ता नजर आ रहा है। ======= शिष्टमंडल मायूस, आंदोलन की चेतावनी इस संबंध में मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महामंत्री जगत सिंह खाती, पूर्व ग्राम प्रधान संगठन के जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बोरा, दीपक तिवारी, लाल सिंह मेहता, टिकेंद्र परिहार पूर्व प्रधान श्याम सिंह ज्याला लोनिवि, पीएमजीएसवाई सिंचाई खंड और पीएमजीएसवाइ के अधिकारियों से मिले। अधिकारियों की असमर्थता जताए जाने पर शिष्टमंडल ने पांच सौ मीटर सड़क के लिए कनालीछीना और गंगोलीहाट के संबंधित गांवों के ग्रामीणों को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है। ======= जिला मुख्यालय से पाताल भुवनेश्वर की दूरी हो जाएगी आधी जिला मुख्यालय से पाताल भुवनेश्वर की वर्तमान 90 किमी है। इन सड़कों के जुड़ने से यह दूरी मात्र 45 रह जाएगी। चंडिका घाट से पाताल भुवनेश्वर, कोटेश्वर, हाट कालिका और पांखू कोटगाड़ी मंदिर को जोड़ने का सपना अधूरा ही रह जाएगा। ======= दोनों सड़कें लोनिवि के पास नहीं है। लोनिवि के पास इस तरह का कोई प्रस्ताव भी नहीं है। सड़कें पीएमजीएसवाइ ने बनाई है। लोनिवि इस मामले में कुछ भी नहीं कर सकती है।

- सीपी सिंह, ईई, लोनिवि, पिथौरागढ़ ======= हमारे विभाग का कार्य गांवों को सड़क से जोड़ने का होता है। बिछुल मार्ग से रसियापाटा तक सड़क बनी है। रसियापाटा से चंडिका घाट मंदिर के बीच कोई गांव नहीं है। जिसके चलते विभाग पांच सौ मीटर सड़क का निर्माण नहीं कर सकता है।

- नागेश्वर बहाुदर, ईई, पीएमजीएसवाइ सिंचाई, पिथौरागढ़ ====== पीएमजीएसवाइ का प्रोजेक्ट गांवों तक सड़क पहुंचाना है। विभाग द्वारा घाटी में अंतिम गांव झूणी तक सड़क तैयार कर दी है। झूणी से चंडिका घाट तक कोई गांव नहीं है। विभाग इस स्थिति में सड़क नहीं बना सकता है।

- भगवान सिंह, एई, पीएमजीएसवाइ, पिथौरागढ़

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