डेढ़ साल बाद खुले स्कूल, खिले नौनिहालों के चेहरे

मंगलवार को करीब डेढ़ साल बाद सीमांत जिले के प्राइमरी स्कूल खुले।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 10:08 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 10:08 PM (IST)
डेढ़ साल बाद खुले स्कूल, खिले नौनिहालों के चेहरे
डेढ़ साल बाद खुले स्कूल, खिले नौनिहालों के चेहरे

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: मंगलवार को करीब डेढ़ साल बाद सीमांत जिले के प्राइमरी स्कूल खुले तो नौनिहालों के चेहरे खिल उठे। कोरोना के बाद पहली बार स्कूल पहुंचे छात्र-छात्राओं का गेट पर ही भव्य स्वागत किया गया। विद्यालय खुलने पर छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह नजर आया।

प्रदेश में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मार्च 2020 में प्राथमिक स्कूल बंद कर दिए गए थे। वर्तमान में स्थिति कुछ सामान्य होने पर प्रदेश सरकार द्वारा 21 सितंबर से स्कूलों को खोलने का आदेश जारी किया गया था। मंगलवार को सीमांत जिले में कक्षा 1 से 5वीं तक के सभी स्कूल खोले गए। स्कूलों में बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइजेशन के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया गया। नगर के विण कैंट रोड स्थित आइकान इंटरनेशनल स्कूल में गेट पर विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। विद्यार्थियों के उत्साहवर्धन के लिए विद्यालय में सेल्फी विथ स्कूल कार्यक्रम भी रखा गया। प्रबंधक गिरीश पाठक ने बताया कि विद्यालय में पठन-पाठन कार्य में कोविड प्रोटोकाल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। आइडियल पब्लिक स्कूल में प्रबंधक रमन सेठी ने विद्यार्थियों का टीका लगाकर व पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया। सेठी ने कहा कि कोरोना काल में विषम परिस्थितियों के बावजूद बच्चों ने अपना धैर्य व संयम दिखाया है। विद्यालय में कोविड नियमों के तहत शिक्षण कार्य संचालित किया जाएगा। इस मौके पर प्रधानाचार्य विनोद ग्वाल, शोभा, पूजा विश्वकर्मा, रेखा चंद आदि मौजूद रहे। ====== अर्से बाद स्कूली ड्रेस में नजर आए नौनिहाल

टनकपुर/ चम्पावत : अर्से बाद स्कूल की वर्दी पहने बच्चों में खुशी की लहर देखी गई। उत्साह और उमंग के साथ बच्चे स्कूल पहुंचे और उन्होंने अपने साथियों के साथ जमकर अठखेलियां की। स्कूलों में शिक्षिकाओं ने भी बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया।

चम्पावत के प्राथमिक विद्यालय समेत अन्य विद्यालयों में सुबह से ही चहल पहल रही। सुबह 10 बजे जैसे ही बच्चे विद्यालय पहुंचे गेट पर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। जिसके बाद उन्होंने विद्यालय में प्रवेश किया। खंड शिक्षा अधिकारी अंशुल बिष्ट ने बताया कि चम्पावत के स्कूलों में पहले दिन बच्चों की औसत उपस्थिति 40 से 50 प्रतिशत तक रही। टनकपुर के स्कूलों में भी उत्साह रहा। यहां अधिकाश विद्यालयों में 50 प्रतिशत से अधिक बच्चे अपने अभिभावकों के साथ पहुंचे। सरस्वती शिशु मंदिर की प्रधानाचार्या शाति भट्ट ने बताया कि बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करने को लेकर हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

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