ग्रामीण डाक सेवक बेमियादी हड़ताल पर, डाक थैले डंप
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: जीडीएस कमेटी की रिपोर्ट एक जनवरी 2016 से लागू करने सहित दस सूत्रीय
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: जीडीएस कमेटी की रिपोर्ट एक जनवरी 2016 से लागू करने सहित दस सूत्रीय मांगों को लेकर जिले भर के ग्रामीण डाक सेवक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। डाक सेवकों ने जिला मुख्यालय में प्रधान डाकघर के सम्मुख प्रदर्शन किया। मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया।
प्रधान डाकघर के सम्मुख प्रदर्शन करते हुए ग्रेच्युटी की ऊपरी सीमा में परिवर्तन करने, जीडीएस के लिए ईएसआइ और ईपीएफ योजना लागू करने, सीमित स्थानांतरण सुविधा में छूट देने, साल में तीस दिन का सवेतन अवकाश को अगले साल में जोड़ने , प्रतिवर्ष प्रति बच्चे को छह हजार रु पए शिक्षा भत्त्ता दिए जाने , शाखा डाकपाल का कम्पोजिट भत्ते को पांच सौ से बढ़ाकर एक हजार रु पए करने सहित अन्य मांगें उठाई गई। प्रदर्शनकारियों ने कमलेश चंद्र कमेटी की अधिकांश मांगों को नहीं माने जाने के सरकार पर आरोप लगाए। इस मौके पर मांगपत्र पढ़ा गया और मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने की घोषणा की गई। प्रदर्शन का नेतृत्व मंडलीय अध्यक्ष भाष्कर सिंह धामी और संचालन चरण सिंह बिष्ट ने किया।
इस मौके पर भाष्कर सिंह धामी, जगदीश सिंह चौहान, ज्योतेंद्र खड़ायत, नारायण चंद, दमयंती भट्ट, , छाया कापड़ी, दुर्गा सिंह बिष्ट सहित अन्य ने विचार रखे।
जिले भर के 137 ब्रांच डाकघर रहे बंद, पिथौरागढ़: जिले में 137 ब्रांच डाकघर हैं। ग्रामीण डाक सेवकों के हड़ताल में चले जाने से मंगलवार को न तो डाक थैले उठे और नहीं अन्य कार्य हुआ। जिसके चलते डाक सेवा बुरी तरह प्रभावित रही। ग्राहक डाक के बारे में जानकारी जुटाने डाक घरों में पहुंचते रहे और बैरंग वापस लौटे । 830 ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल से डाक सेवा पूरी तरह प्रभावित हो चुकी है। जिले में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों के लेन देन भी डाकघरों में चलता है।