ग्रामीण क्षेत्रों में नही है कुड़ा निस्तारण के पुख्ता इंतजाम

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : देश भर में प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत मिशन चलाया जा रहा है। लेि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Jun 2018 04:25 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jun 2018 04:25 PM (IST)
ग्रामीण क्षेत्रों में नही है कुड़ा निस्तारण के पुख्ता इंतजाम
ग्रामीण क्षेत्रों में नही है कुड़ा निस्तारण के पुख्ता इंतजाम

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : देश भर में प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत मिशन चलाया जा रहा है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन केवल सिर्फ खानापूर्ति बनकर ही रह गया है। क्षेत्र के पाटन कनेड़ा से लेकर गलचौड़ा के जंगल में जगह-जगह कट्टों में भरे कूडे़ का अंबार लगा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता का पुख्ता इंतजाम न होने के कारण जगह-जगह कूड़ा फेंका जा रहा है। जिससे पर्यावरण को तो क्षति हो ही रही है। साथ ही रोड़ किनारे फेंके गए कूड़ों के ढेरों से आने वाली दुर्गध से लोगों का चलना भी दूभर हो रहा है। ऐसी ही एक बाराकोट मोटर मार्ग में देवदार की वनों के पास है। जिसमें थैलों में भर भर कर जैव अजैव कूडे़ को फेंका जा रहा है। इस मार्ग से पॉलीटेक्निक व राप्रावि सुई पऊ के बच्चों के साथ ही सुबह शाम पैदल चलने वालों को नाक में रूमाल रखकर चलना पड़ रहा रहा है। क्षेत्र के पर्यावरणविद् आरडी चौथिया, दयाकिशन चतुर्वेदी, टीसी खर्कवाल, गिरीश पांडेय, आरपी ओली का कहना कि उनके द्वारा बार-बार कूड़ा साफ करने के बाद भी लोगों द्वारा रात में घरों का कूड़ा फेंका जा रहा है। कई बार लोगों से बोर्ड लगाकर इस तरह जंगलों में कूड़ा न फेंकने की अपील कर दी फिर भी मानने को तैयार नहीं है। फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं है। उसके बाद भी लोगों द्वारा यहां घरों का कूड़ा फेंका जा रहा है। जिसके चलते दिन भर कूडे़ढेरों में बंदरों का आतंक बना रहता है। पैदल आवाजाही करने वाले लोगों के हाथों से थैला छिन लेना व स्कूली बच्चों को अकेले स्कूल भेजने में अभिभावक कतरा रहे है। साथ ही लोगों ने सड़कों के किनारे में कूड़ा दान लगाने की मांग की है।

वर्जन----

क्षेत्र के लोगों से घरों का कूड़ा इस तरह जंगलों में न फेकने की अपील की है। पकड़े जाने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। - मनोज ओली, ग्राम प्रधान सुई पऊ।

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