हल्की बरसात में ही कीचड़ से पटी मदकोट बाजार की सड़क
मदकोट कस्बे की मुख्य सड़क हल्की बरसात में ही कीचड़ से पट गई है।
संवाद सूत्र, मदकोट: कस्बे की मुख्य सड़क हल्की बरसात में ही कीचड़ से पट गई है। सड़क की बदहाली से वाहन चालक और राहगीर परेशान हैं। पिछले नौ वर्ष में कस्बे की 500 मीटर सड़क का डामरीकरण नहीं हो पाया है। खिन्न लोगों ने अब सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।
वर्ष 2013 में आई आपदा में मदकोट कस्बे की सड़क का 500 मीटर हिस्सा बह गया था। कस्बे को जोड़ने के लिए नई सड़क आपदा मद से तैयार की गई थी, लेकिन इस सड़क का स्वामित्व तय नहीं हो पाया। जौलजीबी- मुनस्यारी सड़क का जिम्मा सीमा सड़क संगठन के पास है, लेकिन संस्था ने नए काटे गए 500 मीटर हिस्से को अपने स्वामित्व में नहीं लिया, जिसके चलते सड़क का डामरीकरण नहीं हो पाया। तीन माह पूर्व सीमा सड़क संगठन ने इस हिस्से पर डामरीकरण करने का भरोसा जिलाधिकारी के साथ हुई बैठक में दिया था, लेकिन अब भी सड़क पर डामरीकरण नहीं कराया गया है।
बुधवार को हुई हल्की बारिश से 500 मीटर हिस्सा कीचड़ से पट गया। कीचड़ के चलते जहां वाहन चालकों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है वहीं कस्बे के लोग पैदल आवागमन में भी दिक्कत झेल रहे हैं। कस्बे के व्यापारियों ने कहा है कि सड़क पर डामरीकरण के लिए कई बार मांग की जा चुकी है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। अब मानसून काल नजदीक है, जल्द सड़क पर डामरीकरण नहीं हुआ तो कस्बे के व्यापारी आंदोलन को बाध्य होंगे। =========== बंदरलीमा के पास हाईवे पर गिरा मलबा, एक घंटे थमे रहे वाहनों के पहिये
पिथौरागढ़: पिथौरागढ़-धारचूला मोटर मार्ग पर चल रहे चौड़ीकरण कार्य के चलते बंदरलीमा के पास भारी मलबा सड़क पर आ गिरा, जिससे यातायात ठप हो गया। दूरदराज से यात्रा कर घर लौट रहे यात्री खासे परेशान हैं।
दोपहर लगभग एक बजे बंदरलीमा के पास भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गिरा, जिससे पिथौरागढ़-धारचूला मोटर मार्ग में आवागमन ठप हो गया। सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई। यात्रियों में शामिल महिला और बच्चे खासे परेशान रहे। सड़क पर आया मलबा एक घंटे में साफ किया जा सका। इसके बाद वाहन आगे बढ़े। सड़क पर नियमित आवागमन करने वालों ने बताया कि इस तरह की स्थितियां कई बार आ चुकी हैं। यात्रियों ने मांग की है कि चौड़ीकरण कार्य रात में कराया जाए ताकि दिन में यात्रा करने वाले यात्रियों को अनावश्यक परेशानी न झेलनी पड़े।