न्याय की देवी कोटगाड़ी सड़क को नहीं मिल रहा न्याय, जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को लोग मजबूर

न्याय की देवी मां कोटगाड़ी मंदिर को जोड़ने वाली सड़क लंबे समय से खस्ताहाल है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 09:47 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 09:47 PM (IST)
न्याय की देवी कोटगाड़ी सड़क को नहीं मिल रहा न्याय, जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को लोग मजबूर
न्याय की देवी कोटगाड़ी सड़क को नहीं मिल रहा न्याय, जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को लोग मजबूर

संवाद सूत्र, थल (पिथौरागढ़): न्याय की देवी मां कोटगाड़ी मंदिर को जोड़ने वाली सड़क लंबे समय से खस्ताहाल बनी हुई है। मार्ग में करोड़ों की लागत से किया गया डामर जगह-जगह उखड़ कर गड्ढ़ों में तब्दील हो चुका है। स्थानीय जनता व यहां पहुंचने वाले देश-विदेश के श्रद्धालु जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर हैं। शिकायत के बाद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिए जाने से क्षेत्रवासियों में आक्रोश बना हुआ है।

थल-पांखू-कोटगाड़ी मंदिर सड़क की देखरेख का जिम्मा लोनिवि बेरीनाग के पास है। विभाग द्वारा विगत 3-4 वर्षों में इस सड़क में करोड़ों की धनराशि खर्च कर सुधारीकरण व डामरीकरण कार्य किया गया था, लेकिन सड़क की हालत जस की तस बनी हुई है। करोड़ों की लागत से किया गया डामर उखड़ चुका है। इससे मार्ग में जगह-जगह गड्ढ़े बने हुए हैं। बीते रोज हुई बारिश के चलते इन गड्ढ़ों में पानी भर चुका है। सड़क में बने काजवे भी टूट चुके हैं। पानी निकासी के लिए नाली निर्माण भी नहीं किया गया है। इससे मार्ग में हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। तीन किमी लंबी यह सड़क दो दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ती है। इसके अलावा मां कोटगाड़ी मंदिर को भी प्रमुख मार्ग होने के कारण हर रोज यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन सड़क खस्ताहाल होने से उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ========= लोनिवि की लापरवाही का खामियाजा स्थानीय जनता व श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ रहा है। लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर हैं। यदि मार्ग में किसी भी तरह की अप्रिय घटना घटी तो इसके लिए विभाग जिम्मेदार रहेगा।

- बहादुर सिंह बोरा। ======= सड़क की दशा सुधारने को लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों को मौखिक व लिखित रू प से समस्या से अवगत कराया जा चुका है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। यदि इसी तरह से क्षेत्रवासियों की अनदेखी होती रही तो वह सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे।

- त्रिलोक पंचपाल। ========== पांखू-कोटगाड़ी सड़क में करोड़ों की लागत से सुधारीकरण व डामरीकरण कार्य किया गया था। बावजूद इसके सड़क खस्ताहाल बनी हुई है। इस मार्ग में किए गए कार्याें की जांच की जानी चाहिए। सरकारी धन का दुरु पयोग करने वालों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।

- विक्रम चंद। ======== खस्ताहाल सड़क से आवागमन करना मुश्किल हो चुका है। इन दिनों तापमान में गिरावट होने से मार्ग में पाला भी गिर रहा है। इससे यह सड़क और ज्यादा खतरनाक हो चुकी है। मार्ग में दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। विभाग को शीघ्र इस ओर ध्यान देना चाहिए।

- नानू वर्मा।

========= सीएम के निर्देशों के बाद भी नहीं भरे गए गड्ढे

बीते माह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक सप्ताह में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके सीमांत जिले में खस्ताहाल सड़कों की हालत नहीं सुधारी गई है। थल-पांखू सड़क में भी सीएम के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। सीएम के निर्देश के एक माह बीतने के बाद भी अभी तक इस सड़क में गडढे नहीं भरे गए हैं। इससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लग गए हैं।

======= थल-पांखू सड़क में पानी निकासी के लिए नाली निर्माण कराया जाएगा। उसके बाद यहां पर हुए गड्ढों में पैच वर्क किया जाएगा। शीघ्र ही सड़क दुरु स्त कर दी जाएगी।

- संजय वर्मा, लोनिवि बेरीनाग।

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