बारिश और ओलावृष्टि ने तोड़ी किसानों की कमर
संवाद सहयोगी पिथौरागढ़ अप्रैल माह में लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने रबी फसलों को
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: अप्रैल माह में लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने रबी फसलों को खासी क्षति पहुंचाई है। घाटी वाले इलाकों में कट चुकी फसल बारिश के चलते सड़ रही है तो ऊंचाई वाले इलाकों में ओलों की मार से गेहूं और मसूर का दाना टूट रहा हैं। बर्बादी के डर से किसान बीस रोज पूर्व ही फसल काटने लगे हैं।
जिले के घाटी वाले इलाके थल, मुवानी, झूलाघाट, तल्लाबगड़ आदि क्षेत्रों में रबी की फसल तैयार होने के बाद इन दिनों कटाई का काम चल रहा है। किसानों के पास बड़े भंडारगृह नहीं होने के कारण काटी गई फसल खुले में ही रखी जाती है, लगातार बारिश से भीग रही फसल सड़ रही है। ऊंचाई वाले इलाकों में अभी फसल कटाई में बीस दिन का समय बाकी है, लेकिन ओलों की मार से फसल पर लगा दाना टूट रहा है। ऐसे में किसान फसल को जानवरों के चारे के रू प में उपयोग करने के लिए समय से पहले ही काटने को मजबूर हैं। धारीगाड़ क्षेत्र के काश्तकार शंकर चंद ने बताया कि मौसम का जो रू ख बना हुआ है उससे खेतों में खड़ी फसल के किसी काम नहीं आने की आशंका है, इसे देखते हुए किसान समय से पहले ही फसलों की कटाई करने लगे हैं, ताकि बची फसल को जानवरों के चारे के रू प में काम लाया जा स सके। ======= बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को क्षति हुई है। ओलावृष्टि से कई क्षेत्रों में दाना टूटने की समस्या सामने आई है। फसल बीमा लेने वाले किसानों को बीमा योजना के तहत मुआवजा दिए जाने का प्राविधान है। क्षति आंकलन के लिए अलग से कोई दिशा निर्देश नहीं मिले हैं।
- अमरेंद्र चौधरी, मुख्य कृषि अधिकारी, पिथौरागढ़