ठेका लाइनमैनों को आठ माह से नहीं मिला मानदेय
संवाद सूत्र, मदकोट: बरम से मुनस्यारी तक के सैकड़ों गांवों की विद्युत व्यवस्था दुरुस्त बनाए रखने क
संवाद सूत्र, मदकोट: बरम से मुनस्यारी तक के सैकड़ों गांवों की विद्युत व्यवस्था दुरुस्त बनाए रखने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे ठेका लाइनमैनों को पिछले आठ माह से मानदेय नहीं मिला है। उधार से गृहस्थी की गाड़ी खींच रहे लाइनमैन खासे परेशान हैं।
बरम से मुनस्यारी तक बिजली व्यवस्था की देखरेख करने के लिए ठेका सिस्टम के तहत 28 लाइनमैन तैनात किए गए हैं। इन लाइनमैन को ठेकेदार से हर माह छह हजार रुपये मानदेय के रू प में मिलते हैं, लेकिन इन लाइनमैन को पिछले आठ माह से मानदेय नहीं मिला है। नाममात्र के मानदेय पर काम करने वाले लाइनमैन पैसा नहीं मिलने से खासे परेशान हैं। लाइनमैन खीम सिंह, कैलाश सिंह, दीवान सिंह, प्रकाश सिंह, हरीश सिंह, नरेंद्र राम का कहना है कि मानदेय भुगतान के लिए वे कई बार ठेकेदार से सम्पर्क कर चुके हैं, लेकिन आजकल का आश्वासन देकर उन्हें टरकाया जा रहा है। लाइममैनों ने बताया कि अभी तक वह किसी तरह उधार लेकर जिंदगी की गाड़ी खींच रहे थे, लेकिन अब बाजार से भी उन्हें उधार नहीं मिल पा रहा है। बच्चों की शिक्षा- दीक्षा से लेकर भोजन तक की समस्या से उन्हें जूझना पड़ रहा है। लाइनमैनों ने विभाग से मानदेय भुगतान की गुहार लगाते हुए कहा है कि जल्द मानदेय का भुगतान नहीं किया तो वे अप्रिय कदम उठाने को मजबूर होंगे।