मुनस्यारी में बनेगा पिथौरागढ़ जिले का पहला मशरू म उत्पादन प्रशिक्षण केंद्र
आलू और राजमा उत्पादन के लिए देश भर में प्रसिद्ध मुनस्यारी जल्द ही मशरू म उत्पादन के क्षेत्र में नई पहचान देगा।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: आलू और राजमा उत्पादन के लिए देश भर में प्रसिद्ध मुनस्यारी जल्द ही मशरू म उत्पादन से क्षेत्र को एक ओर नई पहचान देगा। शासन ने मुनस्यारी में मशरू म उत्पादन प्रशिक्षण केंद्र की स्वीकृति दे दी है।
बेहद पोषक माने जाने वाला मशरू म अब पहाड़ की थालियों में जगह पाने लगा है। केंद्र सरकार ने हाल ही में मशरू म को विद्यालयों के मध्याह्न भोजन में भी शामिल कर लिया है। मशरू म की डिमांड जिले में तेजी से बढ़ रही है। अभी तक भवाली, ज्योलीकोट आदि जगहों से मशरू म सीमांत जिले से पहुंच रहा है। जिले में इक्का-दुक्का लोग मशरू म का उत्पादन कर रहे हैं।
मशरू म के बढ़ते बाजार को देखते हुए अब महिला समूहों के माध्यम से इसका उत्पादन बढ़ाए जाने का निर्णय लिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री बार्डर एरिया डेवलपमेंट योजना के तहत मुनस्यारी में प्रशिक्षण केंद्र बनाए जाने की स्वीकृति मिल गई है। केंद्र की स्थापना के लिए धनराशि जारी कर दी गई है। प्रशिक्षण केंद्र बन जाने के बाद स्थानीय महिलाओं को मशरू म उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे गांव-गांव में मशरू म का उत्पादन होने लगेगा। महिला समूह बैंकों से लिकेंज कर अपना उद्यम शुरू करने के लिए ऋण ले सकेंगी। ===== मुनस्यारी विकास खंड परिसर में प्रशिक्षण केंद्र स्थापना की स्वीकृति के साथ ही धनराशि भी प्राप्त हो गई है। जल्द ही प्रशिक्षण केंद्र बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा। इसके बाद केंद्र में विशेषज्ञों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- प्रकाश चंद्र वर्मा, खंड विकास अधिकारी, पिथौरागढ़ ====== मशरू म एक पौष्टिक आहार है। इसके उत्पादन के लिए बहुत कम लागत और जगह की जरू रत होती है। कमरे के भीतर भी इसका उत्पादन किया जा सकता है। मशरू म बाजार में गुणवत्ता के आधार पर 200 से 300 रुपये किलो तक बिकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में यह रोजगार का एक अच्छा माध्यम हो सकता है।
- आरएस वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी, पिथौरागढ़