नेपाल के लोगों को भारत आने के लिए पहले दिखाना होगा कोरोना के दूसरी डोज का प्रमाण पत्र

झूलाघाट स्थित भारत-नेपाल सीमा पर नेपाल के नागरिकों की कोरोना वैक्सीन के प्रमाण पत्र चेक किए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 09:43 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 09:43 PM (IST)
नेपाल के लोगों को भारत आने के लिए पहले दिखाना होगा कोरोना के दूसरी डोज का प्रमाण पत्र
नेपाल के लोगों को भारत आने के लिए पहले दिखाना होगा कोरोना के दूसरी डोज का प्रमाण पत्र

संवाद सूत्र, झूलाघाट : दुनिया में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के सामने आने के बाद पड़ोसी देश नेपाल से भारत आने वाले प्रवासियों के लिए मानक कड़े कर दिए गए हैं। भारत आने वाले नेपाली नागरिकों को अपने देश में लगे कोरोना टीके की दूसरी डोज के प्रमाण दिखाने के बाद ही यहां प्रवेश मिलेगा। भारत में प्रवेश के बाद फिर उन्हें एंटीजन टेस्ट की प्रक्रिया से गुजरना होगा।

दक्षिण अफ्रीका में नया वेरिएंट सामने आने के बाद उत्तराखंड की नेपाल से लगी सीमा पर भी जांच प्रक्रिया को सख्त कर दिया गया है। पिथौरागढ़ जिले में पांच झूला पुलों के जरिये नेपाल और भारत के बीच आवागमन होता है। इन पांचों पुलों पर तैनात एसएसबी नेपाली नागरिकों के कोरोना का दूसरा टीका लगाए जाने के प्रमाणों की जांच कर रही है। इस जांच के बाद ही उन्हें भारत में प्रवेश दिया जा रहा है। भारत में प्रवेश के बाद सीमा पर ही नेपाली नागरिकों का एंटीजन टेस्ट कराया जा रहा है। एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही नेपाली नागरिकों को गंतव्य की ओर जाने दिया जा रहा है। मंगलवार को बगैर दूसरी डोज के भारत आने के लिए झूला पुलों पर पहुंचे लोगों को लौटना पड़ा। पुल पर तैनात एसएसबी के एएसआइ संजीत देवनाथ ने बताया कि दूसरी डोज के प्रमाण और एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही नेपाली नागरिकों को भारत में प्रवेश दिया जा रहा है।

उधर, नेपाल में भारत से लौट रहे नेपाली नागरिकों का एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है। पिथौरागढ़ से लगे नेपाल के बैतड़ी जिले के स्वास्थ्य प्रमुख योगेश भट्ट ने बताया कि बैतड़ी जिले की कुल आबादी 1.40 लाख है। इसमें से 90 हजार लोगों को कोरोना की पहली खुराक और 60 हजार लोगों को दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है। भारत से लौट रहे लोगों को सात दिन क्वारंटाइन में रखे जाने पर भी विचार किया जा रहा है।

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