धूल के गुबार से परेशान गुरना घाटी के लोग

मानकों को ताक पर रखकर हो रहे एनएच चौड़ीकरण के कार्य से गुरना घाटी के लोग परेशान है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 06:56 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 07:02 AM (IST)
धूल के गुबार से परेशान गुरना घाटी के लोग
धूल के गुबार से परेशान गुरना घाटी के लोग

पिथौरागढ़, जेएनएन: एनएच में तमाम मानकों को ताक पर रखकर हो रहे चौड़ीकरण कार्य ने गुरना घाटी क्षेत्र के लोगों का घरों में भी रहना मुश्किल कर दिया है। पूरी घाटी में दिन भर धूल का गुबार उड़ रहा है। इससे क्षेत्र में बीमारी फैलने की आशंका बढ़ रही है।

एनएच को आलवेदर सड़क में तब्दील किया जा रहा है। इसके लिए चट्टानें काटी जा रही हैं। चट्टानों का मलबा सीधे खाईयों में धकेला जा रहा है। कार्यस्थल पर पानी का छिड़काव नहीं होने से मलबे से निकल रही धूल पूरे घाटी क्षेत्र में फैल रही है। धूल घरों के भीतर, दुकानों में पहुंचने से लोग खासे परेशान हैं। पूर्व जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी भट्ट ने कहा है कि धूल के चलते लोगों का घरों में भी रह पाना मुश्किल हो रहा है। मकानों, घरों में धूल की मोटी परत बिछ चुकी है। लंबे समय से बारिश नहीं होने से घाटी क्षेत्र का मौसम शुष्क बना हुआ है। धूल के चलते कई लोगों को तमाम तरह की एलर्जी, सर्दी-जुकाम जैसी समस्या झेलनी पड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर पानी के छिड़काव का मानक बना हुआ है, लेकिन एनएच इन नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है। उन्होंने प्रशासन को लिखे पत्र में इस समस्या से निजात दिलाए जाने की मांग करते हुए कहा है कि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो क्षेत्रवासी सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे। ======== जिन स्थलों पर ज्यादा मलबा है वहां पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। ठेकेदार को पानी का छिड़काव कर मलबा निस्तारण के निर्देश दे दिए गए हैं।

- पीएल चौधरी, सहायक अभियंता, एनएच

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