खुद के साथ ही आस-पास के गांवों को भी संक्रमण से बचाए हैं बौंगाड़ के ग्रामीण

बेरीनाग का बौंगाड़ गांव जागरूकता के कारण कोरोना से कोसों दूर हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 10:30 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 10:30 PM (IST)
खुद के साथ ही आस-पास के गांवों को भी संक्रमण से बचाए हैं बौंगाड़ के ग्रामीण
खुद के साथ ही आस-पास के गांवों को भी संक्रमण से बचाए हैं बौंगाड़ के ग्रामीण

बेरीनाग, गोविंद भंडारी : कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मामले में बेरीनाग के बौंगाड़ गांव को आदर्श गांव की श्रेणी में गिना जा सकता है। गांव के लोग न पहली लहर में संक्रमण का शिकार हुए और न अब तक गांव में कोई संक्रमण का मामला सामने आया है। ग्रामीण खुद के साथ ही आस-पास के गांवों को भी जागरू क कर रहे हैं।

विकास खंड मुख्यालय से 35 किमी. दूर बौंगाड़ गांव की आबादी 1100 है, जिले के बड़े गांवों में शुमार इस गांव के लोगों ने पहली लहर के दौरान ही खतरे को भांप लिया था। ग्राम प्रधान एवं ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष मनोज कार्की की अगुवाई में युवाओं ने कोरोना योद्धा टीम का गठन किया। यह टीम दूसरी लहर के शुरू होते ही सक्रिय हो गई है। टीम हर रोज गांव को सैनिटाइज कर रही है। बाहर से आने वाले लोगों के लिए गांव में तीन क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। 14 दिन की क्वारंटीन अवधि के दौरान इनके भोजन, पानी, बिस्तर की व्यवस्था ग्रामीणों द्वारा की जा रही है। गांव की आशा कार्यकर्ता हर रोज ग्रामीणों की थर्मल स्क्रीनिंग का दायित्व संभाले हुए हैं। गांव में सार्वजनिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। कोरोना योद्धा टीम ने गांव के साथ ही आस-पास के जरू रतमंद लोगों को अपने संसाधन से राशन उपलब्ध कराया था। इस बार भी टीम इसके लिए तैयार है। ============ हरी सब्जी और सीट्रिक फलों से बढ़ा रहे हैं इम्यूनिटी पहाड़ के अन्य गांवों की तरह ही गांव की बड़ी आबादी खेती बाड़ी से अपनी आजीविका चलाती है। गांव के लोग सब्जी उत्पादन में अग्रणी हैं। हरी सब्जी, सीट्रिक फल और दूध के सेवन से लोग अपनी इम्यूनिटी बढ़ा रहे हैं। गांव के अधिकांश परिवार गांव में ही चार से छह घंटे खेतों में ही कड़ा श्रम कर अपने को शारीरिक रू प से भी मजबूत बनाए हुए हैं। ==========

कोरोना की पहली लहर के दौरान ही ग्रामीणों ने खतरे को भांप लिया था। सामूहिक रू प से कोविड गाइडलाइन पालन करने का निर्णय लिया। गांवों में सार्वजनिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए। ग्राम सभा के माध्यम से नियमित गांव में सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। घर से बाहर निकलने पर लोग मास्क पहन रहे हैं।

- मनोज कार्की, अध्यक्ष ग्राम प्रधान संगठन ========= स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिले दिशा निर्देशों का पूरी गंभीरता से गांव में पालन किया जा रहा है। ग्रामीणों की नियमित थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। ग्रामीणों को इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए नियमित जानकारी दी जा रही है। ग्रामीण घर में योग आदि कर खुद को स्वस्थ रखे हुए हैं।

- दया कार्की, आशा कार्यकर्ता

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