यात्रियों ने खुद मशीन मंगाकर मार्ग खुलवाया

घाट-दन्यां- हल्द्वानी मार्ग पर पनार के पास फंसे यात्रियों ने अपने प्रयास से मार्ग खोल कर रात सुरक्षित सथान पर बिताई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 10:40 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 10:40 PM (IST)
यात्रियों ने खुद मशीन मंगाकर मार्ग खुलवाया
यात्रियों ने खुद मशीन मंगाकर मार्ग खुलवाया

जासं, पिथौरागढ़: घाट-दन्यां- हल्द्वानी मार्ग पर पनार के पास फंसे यात्रियों ने अपने प्रयास से मार्ग खोल कर रात सुरक्षित स्थान पर बिताई।

सोमवार को भारी बारिश से पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और चम्पावत जिलों की सीमा पर स्थित पनार पुल के पास मार्ग बंद हो गया था। इस स्थान पर पहाड़ की तरफ से लगातार पत्थर गिर रहे थे। 12 से अधिक वाहन खतरे वाले स्थान पर फंसे थे। माहौल देखकर वाहनों सवार यात्रियों की जान हलक में थी। भूखे, प्यासे यात्री रात्रि सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का प्रयास कर रहे थे, परंतु मार्ग पर आए भारी मलबे से लाचार थे। घाट से सात किमी की दूरी पनार के पास न तो रात्रि विश्राम के लिए कोई स्थल था और नहीं भोजन की व्यवस्था थी।

यात्री दिन से ही एनएच लोहाघाट के अभियंताओं से मशीन भेज कर मार्ग खोलने का अनुरोध कर रहे थे। रात्रि 11 बजे तक कोई भी मशीन यहां तक नहीं पहुंची। आसमान बरस रहा था पहाड़ से पत्थरों की बौछार हो रही थी। रात्रि 11 बजे यात्रियों ने खुद एक लोडर मशीन संचालक सेकंपर्क कर अपने खर्च पर मलबा हटाने का कार्य प्रारंभ करवाया। एक घंटे के बाद मार्ग पैदल चलने योग्य हुआ तब जाकर यात्रीगण बौतड़ी गांव पहुंचे और सुरक्षित स्थान पर रात्रि बिताने के लिए मिला। फंसे यात्रियों में एक यात्री प्रदीप ने बताया कि रात्रि को अनहोनी की आशंका और मौसम के डरावने से महिलाएं और बच्चे रोने लगे थे। उन्होंने कहा कि अपने प्रयास से यात्री सुरक्षित स्थान पर पहुंच सके। एनएच लोहाघाट एक मशीन तक नहीं भेज सका। ======== डीएम के आदेश का नहीं हुआ पालन सोमवार को जिलाधिकारी ने मार्ग पर फं से यात्रियों के लिए निश्शुल्क भोजन की व्यवस्था के आदेश किए थे, परंतु यह आदेश कोरे साबित हुए। फंसे यात्रियों तक किसी तरह की सुविधा नहीं मिल पाई। मौसम के चलते आदेश स्थल पर कार्य करने वाले कर्मचारियों तक पहुंच ही नहीं सके। मंगलवार को भी जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान और सीडीओ अनुराधा पाल ने एनएच का निरीक्षण कर एनएच के अधिकारियों को शीघ्र मार्ग खोलने और फंसे यात्रियों के लिए व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। नगर के ऐंचोली और धमोडा में एक टिनशेड क्षतिग्रस्त हो चुका है। एक मकान खतरे में आ गया है।

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