कैलास यात्रियों को नहीं मिलती मेडिकल की सुविधा

संवाद सहयोगी पिथौरागढ़ कैलास मानसरोवर यात्रा में जाने वाले यात्रियों को यात्रा के दौरान मेि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Aug 2019 10:30 PM (IST) Updated:Wed, 14 Aug 2019 10:30 PM (IST)
कैलास यात्रियों को नहीं मिलती मेडिकल की सुविधा
कैलास यात्रियों को नहीं मिलती मेडिकल की सुविधा

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: कैलास मानसरोवर यात्रा में जाने वाले यात्रियों को यात्रा के दौरान मेडिकल की सुविधा नहीं मिल पा रही है। यात्रियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए भेजे जाने वाले चिकित्सक के पास किसी भी प्रकार की दवा उपलब्ध नहीं रहती है। यात्री भोले का नाम लेकर यात्रा करने को मजबूर हैं। यात्रा पूरी कर पिथौरागढ़ पहुंचे 12वें दल के यात्रियों ने बुधवार को जागरण से विशेष बातचीत में यह बात कही।

बुधवार को जिला मुख्यालय में एलओ हरीश भाई दुधात व राजेश मुखी के नेतृत्व में 41 सदस्यीय दल पिथौरागढ़ पहुंचा। जहां स्थानीय केएमवीएन के पर्यटक आवास गृह प्रबंधक दिनेश गुरुरानी के नेतृत्व में यात्रियों का बुरांश का जूस पिलाकर भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान यात्रियों ने यात्रा से जुड़े अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यात्रा के दौरान उन्हें मेडिकल की अच्छी सुविधा नहीं मिली। वायुसेना में विंग कंमांडर पद पर तैनात दल के एलओ राजेश ने बताया कि धारचूला से गुंजी तक नाम मात्र के चिकित्सक भेजे गए थे, उनके पास मेडिकल की कोई सुविधा नहीं थी। यात्रा के दौरान कुछ यात्रियों का स्वास्थ्य खराब हो गया था, मगर चिकित्सक के पास दवा उपलब्ध नहीं थी। राजेश ने बताया कि वह सेना अस्पताल जोधपुर से 20 केजी दवा लेकर आए थे। यात्रियों का इलाज भी दल में शामिल पंजाब निवासी चिकित्सक डॉ. आयुष बलदान द्वारा किया गया। उनके द्वारा कई यात्रियों को ड्रिप भी चढ़ाई गई। जिसके चलते यात्रियों को काफी राहत मिली। एलओ ने यह भी बताया कि वापसी में डॉ. बलदान के नेतृत्व में गुंजी में मेडिकल कैंप लगाया गया। जिसमें छह गांव के ग्रामीणों को मेडिकल की सुविधा दी गई। शेष दवा आइटीबीपी को दी गई। उन्होंने कहा कि सरकार को पूरी मेडिकल सुविधाओं के साथ ही स्वास्थ्य टीम भेजनी चाहिए।

======== दल में सबसे अधिक यात्री गुजरात से 12वें दल में दो महिलाएं शामिल थीं। दल में सबसे ज्यादा सदस्य गुजरात से 6, तेलंगाना, पंजाब, चंडीगढ़, महाराष्ट्र, उड़ीसा से 1-1, दिल्ली, उत्तर प्रदेश से 5-5, हरियाणा, झारखंड, जम्मू एवं कश्मीर, कर्नाटक से 3-3, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश से 2-2, राजस्थान से 4 सदस्य शामिल थे। दल के सबसे युवा झारखंड निवासी 24 वर्षीय नवल मुंद्रा और सबसे बुजुर्ग 69 वर्षीय वासुदेव थे। इसके अलावा 13वें दल के 2 सदस्य व 15वें दल के एक सदस्य यात्रा बीच में ही छोड़कर धारचूला से 12वें दल के साथ वापस लौट गए। इससे पूर्व पर्यटक आवास गृह के प्रबंधक दिनेश गुरुरानी ने यात्रियों को एक पौधा धरती मां के नाम के तहत पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।

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