पिथौरागढ़ में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य की एक टीम होगी कम, एक मेडिकल अफसर और स्टाफ नर्स भेजे जाएंगे हरिद्वार या ऊधमसिंह नगर

चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों की कमी झेल रहे पिथौरागढ़ जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य की एक टभ्म कम हो जाएगी। एक मेडिकल अफसर व नर्स को अन्यत्र भेजा जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 10:45 PM (IST) Updated:Thu, 12 Dec 2019 06:11 AM (IST)
पिथौरागढ़ में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य की एक टीम होगी कम, एक मेडिकल अफसर और स्टाफ नर्स भेजे जाएंगे हरिद्वार या ऊधमसिंह नगर
पिथौरागढ़ में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य की एक टीम होगी कम, एक मेडिकल अफसर और स्टाफ नर्स भेजे जाएंगे हरिद्वार या ऊधमसिंह नगर

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों की कमी झेल रहे पिथौरागढ़ जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य की एक टीम कम होगी। कार्यरत नौ टीमों में पूरा स्टाफ रखने के बाद एक मेडिकल अफसर और एक स्टाफ नर्स अन्य जिलों में चले जाएंगे।

नई व्यवस्था के तहत राष्ट्रीय बाल कार्यक्रम की एक टीम कम की जा रही है। पिथौरागढ़ में अब तक दस टीमें कार्य करती थी। प्रत्येक टीम में चार स्टाफ तैनात रहता है। जिसमें एक एलएमओ, एक एमओ, एक स्टाफ नर्स और एक फार्मासिस्ट तैनात रहता है। नए नियम के अनुसार एक टीम कम हो रही है। कनालीछीना, धारचूला और गंगोलीहाट की टीम में स्टाफ की कमी है। कनालीछीना में एलएमओ का पद रिक्त है तो गंगोलीहाट और धारचूला में फार्मासिस्ट कम हैं। नए नियम के तहत एक टीम कम किए जाने से एक चिकित्सक पुरु ष और एक स्टाफ नर्स अतिरिक्त हो रहे हैं।

मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय को देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर से एक टीम कम होने के बाद सरप्लस चिकित्सक और कर्मियों को अपने यहां भेजने के आवेदन किए गए हैं। सीएमओ कार्यालय के अनुसार जिले में एक टीम कम कर दिए जाने के बाद सरप्लस हो रहे एक मेडिकल अफसर और एक स्टाफ नर्स को हरिद्वार या ऊधमसिंह नगर भेजा जाएगा। जिले की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए मानकों के अनुसार तय टीम कम पड़ रही है। सीमांत की धारचूला और मुनस्यारी में विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों की दूरी काफी अत्यधिक है। जहां आने जाने में ही दो दिन लगते हैं। दस टीमों के रहते हुए भी यह कार्य कठिन हो रहा था अब स्थिति अधिक खराब होने वाली है।

============= उपचार करा रहे गंभीर बच्चों को रेफर के दौरान प्रशासन करेगा मदद राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत पूर्व में गंभीर रोगों से ग्रसित बच्चों को अस्पताल में रेफर करने के लिए 104 चिकित्सा वाहन की सुविधा थीे , जिसे बंद कर दिया गया है। कार्यक्रम के तहत बीमार बच्चों को रेफर करने के लिए बजट तक नहीं है। जिसे देखते मंगलवार को आयोजित बैठक में डीएम डॉ. वीके जोगदंडे और सीडीओ वंदना ने जिले से बाहर के अस्पतालों में भर्ती गंभीर बीमारियों वाले बच्चों को रेफर करने के लिए प्रशासन स्तर से मदद देने का भरोसा दिलाया है। इसके लिए विभाग से प्रस्ताव भेजने को कहा है। इस समय जिले के 19 बच्चे गंभीर बीमारी को लेकर अल्मोड़ा और देहरादून में भर्ती हैं। जिनमें से कुछ को उपचार के लिए बाहर भेजना है। ======= जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की एम टीम कम हो रही है। जिले से केवल एक मेडिकल अफसर और स्टाफ नर्स अन्य जिलों को भेजे जाएंगे।

- डॉ. ऊषा गुंज्याल, सीएमओ पिथौरागढ़

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