छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर मुखर हुए एनएसयूआइ कार्यकर्ता
महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर राजकीय महाविद्यालय बलुवाकोट के एनएसयूआइ कार्यकर्ता मुखर हो गए है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर राजकीय महाविद्यालय बलुवाकोट के एनएसयूआइ कार्यकर्ता मुखर हो गए हैं। कार्यकर्ताओं ने शीघ्र चुनाव की तिथि घोषित नहीं किए जाने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।
मंगलवार को पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व एनएसयूआइ ब्लाक संयोजक पंकज मेहरा के नेतृत्व में एकत्र कार्यकर्ताओं ने महाविद्यालय के प्राचार्य के माध्यम से एसएसजे विश्वविद्यालय के कुलपति को एक ज्ञापन भेजा। जिसमें उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते विगत वर्ष से महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव नहीं कराए गए हैं। जिस कारण छात्र-छात्राओं को राजनीति में अपनी भागीदारी करने का मौका नहीं मिल पा रहा है। जबकि वर्तमान में सभी तरह की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। कई राज्यों में विधानसभा चुनाव तक संपन्न कराए जा सके हैं, लेकिन छात्रसंघ चुनाव को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है। कार्यकर्ताओं ने पिछले वर्ष की छात्रसंघ कार्यकारिणी को भंग कर वर्ष 2021-22 के लिए नए छात्रसंघ चुनाव कराए जाने की मांग की। ज्ञापन सौंपने वालों में कालेज संयोजक चंद्र सिंह ग्वाल, आदित्य, तुषार सेलाल, ज्योति भाट, किशन कुमार, कुंदन कुमार, मोहित तितियाल, सचिन ग्वाल, जितेंद्र सीपाल, नीरज सिंह, लोकेश भट्ट, सचिन, गौरव सिंह, अमित वर्मा, विपिन कुमार, सचिन सिंह आदि शामिल थे। ================ चम्पावत में सीबीएसई प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू
चम्पावत : चम्पावत जिले में सीबीएसई प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा शुरू हो गई है। मंगलवार को पहले दिन हाईस्कूल की सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा हुई। इस बार पहली बार ओएमआर सीट के जरिए परीक्षा का संचालन किया जा रहा है।
परीक्षा के लिए सात केंद्र बनाए गए हैं। सभी केंद्रों में पहले दिन हाईस्कूल बोर्ड की सामाजिक विषयों की परीक्षा संपन्न हुई। मंगलवार को जिले में केंद्रीय विद्यालय एक व दो बनबसा, केंद्रीय विद्यालय लोहाघाट, होली विजडम स्कूल खूना बोरा, यूनिवर्सल इंटर कालेज चम्पावत, राजीव गाधी नवोदय विद्यालय लोहाघाट और जवाहर नवोदय विद्यालय चम्पावत में परीक्षा कराई गई। जवाहर नवोदय स्कूल के प्रधानाचार्य संजय शुक्ला ने बताया कि पहली बार परीक्षा में ओएमआर सीट का प्रयोग किया गया है। कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य रही तो दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा अगले साल फरवरी अंत में होने की संभावना है। बताया कि कारणवश परीक्षा नहीं हो पाई तो पहले सेमेस्टर के आधार पर परीक्षार्थी का आकलन किया जाएगा।