एनएचएम कर्मी बांह पर काला फीता बांधकर कर रहे काम

नौ सूत्रीय मांगों को लेकर एनएचएम संविदा कर्मियों का आंदोलन जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 09:01 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 09:01 PM (IST)
एनएचएम कर्मी बांह पर काला फीता बांधकर कर रहे काम
एनएचएम कर्मी बांह पर काला फीता बांधकर कर रहे काम

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: नौ सूत्रीय मांगों को लेकर एनएचएम संविदा कर्मियों का आंदोलन जारी है। कार्मिकों द्वारा अपनी मांगों को लेकर बांह पर काला फीता बांधकर कार्य किया जा रहा है। कार्मिकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वह इसी तरह से विरोध करते रहेंगे।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के बैनर तले कार्मिकों द्वारा बांह में काला फीता बांधकर कार्य किया जा रहा है। संगठन के जिलाध्यक्ष चंदन पवार ने कहा कि एनएचएम कार्मिक कोविड काल में अपनी जान की परवाह न किए बगैर ड्यूटी कर रहे हैं। बावजूद इसके उनकी लगातार अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों कार्मिकों द्वारा अपनी मांगों को लेकर होम आइसोलेशन में रहकर कार्य बहिष्कार किया गया था। इससे स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा गई थीं। इसके बाद शासन से हुई वार्ता में कार्मिक काम पर वापस लौट गए, लेकिन जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी वह काला फीता बांधकर विरोध करते रहेंगे। =========== उपनल कर्मचारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

चम्पावत : उत्तराखंड उपनल संविदा कर्मचारी संघ की जिला ईकाई के पदाधिकारियों ने उद्योग विभाग के उपनल कर्मचारी को सेवा से हटाने का विरोध किया है। कहा है कि शीघ्र उन्हें फिर से नौकरी में नहीं रखा जाता तो संगठन आंदोलन करेगा।

गुरुवार को आयोजित वर्चुअल बैठक में जिला अध्यक्ष पवन डुंगरिया ने कहा कि उपनल कर्मचारी सुरेश फत्र्याल लगभग सात वर्ष से भी अधिक समय से उद्योग विभाग में संविदा चालक के रूप में कार्य कर रहा था। बिना जाच पूरी किए विभागीय अधिकारी ने श्रम कानूनों का उल्लंघन कर एक तरफा कार्रवाई करते हुए उसे सेवा से हटा दिया है। शीघ्र कर्मचारी की सेवा बहाल नहीं की गई तो संगठन आंदोलन करने को बाध्य होगा। कहा कि कोरोना काल में संविदा चालक सुरेश फत्र्याल की सेवा समाप्त करना उसके अधिकारों का हनन है। यह नैसर्गिक न्याय सिद्धात के विरुद्ध है। कोषाध्यक्ष अमित भट्ट ने कहा कि सेवा से हटाए जाने के बाद कर्मचारी को अपने परिवार के लिये दो समय का भोजन जुटाना मुश्किल हो रहा है। जिला मंत्री नवीन जोशी का हना था कि राज्य सरकार द्वारा एक वर्ष से कर्मचारियों का मानदेय नहीं बढ़ाया है। जबकि महंगाई में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, जिससे कर्मचारियों को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बैठक में उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेश को यथावत लागू कर उपनल कर्मचारियों की वषरें से चली आ रही समस्या का निराकरण करने की मांग की गई। बैठक में मनोज गड़कोटी, मनोज जोशी, प्रमोद गुसाई, रमेश चंद्र, पुष्कर आदि ने भी विचार रखे।

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