नजंग में नेपाल ने तैयार किया पुल, लखनपुर में भारत की तैयारी

संवाद सूत्र, धारचूला : उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद व्यास घाटी को जोड़ने के लिए काली नदी में

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Oct 2018 10:56 PM (IST) Updated:Sun, 14 Oct 2018 10:56 PM (IST)
नजंग में नेपाल ने तैयार किया पुल, लखनपुर में भारत की तैयारी
नजंग में नेपाल ने तैयार किया पुल, लखनपुर में भारत की तैयारी

संवाद सूत्र, धारचूला : उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद व्यास घाटी को जोड़ने के लिए काली नदी में अस्थाई पुलों के निर्माण होने लगा है। नजंग के पास नेपाल प्रशासन द्वारा अस्थाई लकड़ी का पुल तैयार हो चुका है। लखनपुर में भारतीय प्रशासन द्वारा पुल निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। उच्च हिमालय में फंसे लोगों को लाने और सामान पहुंचाने के लिए आया नागरिक उड्डयन विभाग का हैलीकॉप्टर धारचूला से उच्च हिमालय के सात फेरे लगाने के बाद वापस देहरादून चला गया है।

माइग्रेशन करने वाले ग्रामीणों और भारत चीन व्यापार के व्यापारियों के आवाजाही के लिए नेपाल प्रशासन से वार्ता के बाद भारत और नेपाल के मध्य नजंग और लखनपुर के बीच दो अस्थाई पुलों में नेपाल की तरफ से पुल का निर्माण हो चुका है। लखनपुर के पास भारत ने पुल बनाना है। पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। एक दो दिन में पुल का निर्माण हो जाएगा। मालूम हो कि उच्च हिमालय से होने वाले माइग्रेशन में नेपाल के दो गांवों टिंकर और छांगरु के ग्रामीण भी भारत के रास्ते माइग्रेशन करते हैं। नेपाल और भारत में दोनों स्थानों पर भूस्खलन से आए मलबे को हटाकर मार्ग बनाया जा रहा है।

उच्च हिमालय से 36 ग्रामीण धारचूला पहुंचे

धारचूला: हैलीकॉप्टर से रविवार को 36 लोगों को धारचूला लाया गया। इस दौरान तीन लोगों को उच्च हिमालय पहुंचाया गया। जिसमें एक व्यक्ति गुंजी और गब्र्याग गया। गुंजी से 19, गब्र्याग से 12 और बूंदी से पांच ग्रामीण धारचूला आए। उच्च हिमालय को भेजे गए सामान का विवरण

गुंजी गांव के लिए भेजा गया सामान

गेहूं- सात क्विंटल

रिफाइंड तेल- 72 लीटर

नमक - एक क्विंटल

दाल -- 1.2 क्विंटल

मसाले - छह किग्रा

दूध पाउडर - छह किलो

चीनी - एक क्विंटल

चाय पत्ती - पांच किलो

प्याज - 20 किलो गब्र्याग गांव के लिए

गेहूं पांच क्विंटल, चीनी एक क्विंटल, नमक 50 किग्रा, दाल 60 कि ग्रा, रिफाइंड तेल - 40 लीटर, प्याज 20 किलो मसाले दो किग्रा, चायपत्ती - साढ़े तीन किग्रा। बूंदी गांव के लिए गेहूं डेढ़ क्विंटल,नमक 50 किग्रा, मसाले दो किग्रा, दूध चार किग्रा, चीनी एक क्विंटल, चायपत्त्ती चार किग्रा, प्याज 20 किग्रा, रिफाइंड तेल 36 लीटर, दाल 60 किग्रा, दियासलाई की 100 डिबिया भेजी गई। हैलीकॉप्टर ने गुंजी को चार उड़ान, गब्र्याग को दो और बूंदी को एक उड़ान भरी।

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