दिल्ली बैंड पर आया मलबा, साढ़े तीन घंटे बंद रहा एनएच

बारिश से टनकपुर-पिथौरागढ़ एनएच पर सोमवार रात्रि घाट के निकट दिल्ली बैंड पर मलबा आ गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 11:36 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 11:41 PM (IST)
दिल्ली बैंड पर आया मलबा, साढ़े तीन घंटे बंद रहा एनएच
दिल्ली बैंड पर आया मलबा, साढ़े तीन घंटे बंद रहा एनएच

जाटी, पिथौरागढ़/धारचूला : बारिश से टनकपुर-पिथौरागढ़ एनएच पर सोमवार रात्रि घाट के निकट दिल्ली बैंड पर मलबा आ गया। जिस कारण मार्ग मंगलवार सुबह लगभग साढे़ तीन घंटे बंद रहा। चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग 48वें दिन भी बंद है। मार्ग बंद होने से तल्ला दारमा के गांवों में अभाव की स्थिति बन चुकी है। ग्रामीण जान हथेली पर रखकर धारचूला पहुंच रहे हैं। पिथौरागढ़-थल मार्ग और जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग पर भी मलबा आने से घंटों तक यातायात ठप रहा।

सोमवार रात्रि की बारिश से एनएच में दिल्ली बैंड के पास मलबा आ गया। मंगलवार की सुबह जब पिथौरागढ़ से बाहरी जिलों और मैदानी क्षेत्रों से आने जाने वाले वाहन घाट पहुंचे तो मार्ग बंद था। एनएच द्वारा मलबा हटाए जाने के बाद वाहन संचालन प्रारंभ हुआ। इस दौरान वाहन फंसे रहे। जिसमें अधिकांश वाहन हल्द्वानी और टनकपुर से आने वाले वाहन थे। धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार तवाघाट- दारमा मार्ग अभी भी यातायात के लिए नहीं खुला है। मार्ग खोलने के लिए अभी तक प्रयास भी जारी नहीं हुए हैं। तवाघाट से सोबला के बीच नारायण पुर और कंच्योती में मार्ग की दशा दयनीय बनी है।

तल्ला दारमा के गर्गुवा, जम्कू, खेत, सोबला, दर, उमचिया, बोगली, वतन, सुमदुंग तथा चौदास घाटी के पांगू, हिमखोला, सोसा सहित कई गांवों का बाजार धारचूला है। मार्ग के 48 दिनों से बंद होने के कारण इन गांवों में अभाव की स्थिति बन चुकी है। आवश्यक वस्तुओं के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं। कंच्योती के पास पुल बहा है। अभी तक इस मार्ग में पुल निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ नहीं की गई है। नाराचण पुर के पास लोग मलबे से होकर आवाजाही कर रहे हैं। उच्च हिमालय में तो हेलीकॉप्टर से थोडृी बहुत सहायता पहुंच रही है, परंतु तल्ला दारमा के इन गांवों तक कोई मदद भी नहीं पहुंच रही है। ऊपर से प्रतिदिन इस क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है। ======== संविदा वाले लोडर ऑपरेटर ने मध्य रात्रि को खोली मुनस्यारी सड़क मुनस्यारी: सोमवार की सायं भारी बारिश से थल-मुनस्यारी मार्ग वनिक के पास बंद हो गया। इस स्थान पर पहाड़ की तरफ से लगातार मलबा और पानी गिरने लगा। थल की तरफ से जा रहे एक दर्जन वाहन फंस गए। बीच जंगल में फंसे लोगों ने एसडीएम अभय प्रताप सिंह से संपर्क किया। एसडीएम के आदेश पर लोनिवि सक्रिय हो गई। गिरगांव निवासी लोडर ऑपरेटर वाहन नहीं होने से आने में असमर्थ हो गया। तब वनिक से लगभग 15 किमी दूर गिरगांव तक एक वाहन भेजकर ऑपरेटर को मौके पर लाया गया। लोनिवि में संविदा ऑपरेटर के रू प में कार्य कर रहे लोडर ऑपरेटर लक्ष्मण सिंह सयाला ने अपनी जान जोखिम में डालकर मार्ग खोलना प्रारंभ किया। मध्य रात्रि को मार्ग खुलने पर फंसे वाहन गंतव्य को निकल सके। जनप्रतिनिधियों ने संविदा में कार्यरत ऑपरेटर को स्थाई करने की मांग की है।

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