भवन निर्माण कार्य रोकने पर शहीद की पत्नी धना डांगी धरने पर बैठीं

भवन निर्माण कार्य पर रोक लगाने से नाराज नगर के डिग्री कालेज निवासी एक शहीद की पत्‍‌नी गुरुवार को धरने पर बैठीं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:13 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:13 PM (IST)
भवन निर्माण कार्य रोकने पर शहीद की पत्नी धना डांगी धरने पर बैठीं
भवन निर्माण कार्य रोकने पर शहीद की पत्नी धना डांगी धरने पर बैठीं

संवाद सूत्र, बेरीनाग: भवन निर्माण कार्य पर रोक लगाने से नाराज नगर के डिग्री कालेज निवासी एक शहीद गुरु वार शाम को धरने पर बैठ गई। उन्होंने तहसील प्रशासन की कार्य प्रणाली पर गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए इसे शहीदों व उनके स्वजनों का अपमान बताया।

स्थानीय शहीद चौक में धरने पर बैठी शहीद नरेंद्र डांगी की पत्नी धना डांगी ने बताया कि उनका डिग्री कालेज कालोनी में भवन निर्माण कार्य चल रहा था। बीते रोज प्रशासन द्वारा बेरीनाग व चौकोड़ी में निर्माण कार्याें पर उच्च न्यायालय द्वारा रोक के आदेशों का हवाला देकर उनका भवन निर्माण कार्य रोक दिया। गुरु वार को जब वह इस संबंध में तहसील प्रशासन से मिलने तहसील मुख्यालय पहुंचीं, तो उनकी एक नहीं सुनी गई। जिस कारण उन्हें मजबूरन धरने पर बैठना पड़ रहा है। वीरांगना धना ने कहा कि तहसील प्रशासन द्वारा भवन निर्माण कार्य पर रोकने से उनकी भवन निर्माण सामग्री भारी बारिश में बह गई। जिससे उन्हें 50 हजार का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि उनके पति नरेंद्र डांगी वर्ष 1991 में जम्मू-कश्मीर में आपरेशन रक्षक में शहीद हो गए थे। पति की मौत से उन्होंने खुद को बड़ी मुश्किल से संभाला और आज जब वह अपने पति की याद में भवन बना रही हैं तो उस पर रोक लगाकर शहीदों का अपना किया जा रहा है। शहीद की पत्नी के धरने पर बैठने की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी मौके पर पहुंचे। थानाध्यक्ष ने वीरांगना को इस संबंध में शुक्रवार को उपजिलाधिकारी से वार्ता कर समस्या का हल निकालने का भरोसा दिया। जिसके बाद धना डांगी ने अपना आंदोलन समाप्त किया। शहीद की पत्नी के आंदोलन को भूतपूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह, पुष्कर सिंह धामी, इंद्र सिंह धानिक, महेश राठौड़, लाल सिंह अस्वाल, बहादुर सिंह बाफिला आदि ने समर्थन दिया। ======== हाई कोर्ट के आदेशों के तहत बेरीनाग व चौकोड़ी में निर्माण कार्य पर रोक लगाई गई है। सभी के निर्माण कार्य रोके गए हैं।

- हिमांशु जोशी, तहसीलदार।

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